देश में तेजी से उड़ान भर रहा इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स सेक्टर, लीजिंग गतिविधियां ऑल-टाइम हाई पर पहुंची


नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएएनएस)। भारत के शीर्ष आठ शहरों में 2025 की जनवरी-जून अवधि में इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में लीजिंग गतिविधियां सालाना आधार पर 63 प्रतिशत बढ़कर ऑल-टाइम हाई 27.1 मिलियन स्क्वायर फीट पर रही है। यह जानकारी मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई।

रियल एस्टेट कंसल्टिंग फर्म सीबीआरई ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स सेगमेंट 2025 की पहली छमाही में 32 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ शीर्ष पर रहा।

रिपोर्ट में बताया गया कि इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स सेक्टर के बढ़ने की अहम वजह ई-कॉमर्स सेक्टर का अच्छा प्रदर्शन है और इस वर्ष की पहली छमाही में इसका मार्केट शेयर दोगुना से भी अधिक बढ़कर 25 प्रतिशत हो गया है, जो कि 2024 की पहली छमाही में 9 प्रतिशत था।

समीक्षा अवधि के दौरान इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग (ईएंडएम) सेक्टर की इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स लीजिंग में हिस्सेदारी 18 प्रतिशत से बढ़कर 19 प्रतिशत हो गई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार द्वारा संचालित इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्टों और नीतिगत पहलों जैसे प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना और ‘मेक इन इंडिया 2.0’ ने देश के मैन्युफैक्चरिंग को काफी मजबूत किया है, जिसके परिणामस्वरूप ई एंड एम कंपनियों की ओर से वेयरहाउसिंग स्पेस की मांग में वृद्धि हुई है।

2025 की पहली छमाही में, इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स लीजिंग की आपूर्ति 16.7 मिलियन वर्ग फुट थी।

रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु, चेन्नई और मुंबई इस आपूर्ति वृद्धि में प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में उभरे, और इस अवधि के दौरान कुल आपूर्ति का 57 प्रतिशत हिस्सा इन शहरों का रहा।

2025 की पहली छमाही के दौरान, इन शहरों में दिल्ली-एनसीआर 7.3 मिलियन वर्ग फुट की अवशोषण क्षमता के साथ सबसे आगे रहा, उसके बाद बेंगलुरु 4.0 मिलियन वर्ग फुट और हैदराबाद 3.6 मिलियन वर्ग फुट के साथ दूसरे स्थान और तीसरे स्थान पर थे।

रिपोर्ट में बताया गया है कि कुल मिलाकर, इन तीनों शहरों की लीजिंग वॉल्यूम में हिस्सेदारी लगभग 55 प्रतिशत रही।

–आईएएनएस

एबीएस/


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