भारत की लगेज इंडस्ट्री वित्त वर्ष 26 में 5-7 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी : रिपोर्ट


नई दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। भारत की 18,000 करोड़ रुपए की लगेज इंडस्ट्री वित्त वर्ष 26 में 5-7 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है, जो कि बीते तीन वर्षों में 3 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ी है। यह जानकारी सोमवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई।

क्रिसिल रेटिंग्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह मजबूत वृद्धि छुट्टियों पर घूमने जाने के चलन में वृद्धि और कॉर्पोरेट यात्रा एवं हार्ड लगेज की बढ़ती मांग के कारण हुई है।

रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, वित्त वर्ष 26 में नए जमाने के मैन्युफैक्चरर्स बाजार हिस्सेदारी को लगभग 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर लेंगे। वहीं, पुराने मैन्युफैक्चरर्स की वृद्धि दर एकल अंक में होगी।

रिपोर्ट में कहा गया कि संगठित सेगमेंट की कंपनियां वृद्धि दर में सबसे अधिक योगदान देंगी, जिनके पास कुल 45 प्रतिशत मार्केट शेयर है।

रिपोर्ट में बताया गया कि आधुनिक और स्टाइलिश डिजाइनों और ई-कॉमर्स विस्तार के कारण नए जमाने के मैन्युफैक्चरर्स बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर लेंगे।

इसके अलावा, विश्लेषकों ने कहा कि कम लागत वाले निजी लेबल-आधारित उत्पादन, नियंत्रित ओवरहेड्स और ई-कॉमर्स के माध्यम से व्यापक वितरण पहुंच, नए जमाने के लगेज निर्माताओं के लिए मददगार साबित होंगे।

क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक राहुल गुहा ने कहा, “हम देखते हैं कि नए जमाने के निर्माता इस वित्त वर्ष में संगठित क्षेत्र में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर लेंगे, जो पिछले दो वित्त वर्षों की तुलना में दोगुनी है, जबकि पुराने खिलाड़ी अपनी ऑफलाइन बाजार उपस्थिति बढ़ाने के लिए ऑनलाइन चैनलों में निवेश जारी रखे हुए हैं।”

इस वित्त वर्ष में परिचालन मार्जिन 150-200 आधार अंकों (बीपीएस) से बढ़कर 9.5-10.0 प्रतिशत हो जाएगा, जो कच्चे माल की कीमतों में कमी और पुराने निर्माताओं के पास कम मार्जिन वाली इन्वेंट्री के समाप्त से संभव होगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि टिकाऊपन के अलावा, शहरी उपभोक्ता सौंदर्य, डिजाइन और उपयोगिता पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जबकि ग्रामीण उपभोक्ता धीरे-धीरे पारंपरिक सामान से अधिक आकांक्षात्मक सामान की ओर स्थानांतरित हो रहे हैं।

–आईएएनएस

एबीएस/


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