भारत का रक्षा उत्पादन वित्त वर्ष 30 तक 3 लाख करोड़ रुपए पर पहुंचने का अनुमान


कोयंबटूर, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत का रक्षा उत्पादन वित्त वर्ष 2029-30 तक 3 लाख करोड़ रुपए पहुंचने का अनुमान है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी की ओर से दी गई।

साउथ जोन क्वालिटी एश्योरेंस इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2025 में रक्षा उत्पादन के सचिव संजीव कुमार ने कहा कि भारत में रक्षा उत्पादन वित्त वर्ष 2024-25 में 1.5 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है, जो कि वित्त वर्ष 2014-15 के आंकड़े 46,000 करोड़ रुपए से 174 प्रतिशत अधिक है।

उन्होंने आगे कहा कि वित्त वर्ष 25 में देश ने 25,000 करोड़ रुपए के रक्षा उत्पादों का निर्यात किया था और अगले पांच वर्षों में इसके दोगुना होने की उम्मीद है।

कार्यक्रम में रक्षा उत्पादन सचिव ने कहा कि हमने स्वदेशीकरण में एक बहुत महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है और हमें पता है कि आने वाले समय में कहां पहुंचना है।

उन्होंने आगे कहा कि भारतीय नौसेना इस वर्ष भारत में डिजाइन और निर्मित 10 जहाजों को शामिल कर रही है और अगले वर्ष 10 और जहाजों को शामिल करेगी। हमारा उद्देश्य दो दशकों में भारत को जहाज निर्माण में विश्व का अग्रणी देश बनाना है। सरकार की पूर्वी और पश्चिमी तटों पर बड़े जहाज निर्माण पार्क स्थापित करने की योजना है और मैरिटाइम डेवलपमेंट फंड के लिए 25,000 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। देश समुद्री जहाज निर्माण इकोसिस्टम में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है।

बीते कुछ वर्षों में रक्षा बजट में भी वृद्धि दर्ज की गई है। देश का रक्षा बजट 2013-14 के 2.53 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर चालू वित्त वर्ष में अनुमानित 6.81 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है।

आधिकारिक बयान के अनुसार, देश के कुल रक्षा उत्पादन में डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (डीपीएसयूज) और दूसरे पीएसयू की 77 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत वर्तमान में भारत अमरीका, फ्रांस और आर्मेनिया सहित 100 से अधिक देशों को रक्षा उपकरणों का निर्यात करता है।

–आईएएनएस

एबीएस/


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