भारतीय स्नातकों की रोजगार क्षमता 10 वर्षों में 33.9 प्रतिशत बढ़कर 54.8 प्रतिशत हुई: केंद्रीय मंत्री


गांधीनगर, 9 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न कौशल निर्माण पहलों से भारत के स्नातकों की रोजगार क्षमता 2013 में 33.95 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 54.81 प्रतिशत हो गई है।

बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन (बिम्सटेक) युवा शिखर सम्मेलन में बोलते हुए, मांडविया ने कौशल भारत मिशन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और पीएम इंटर्नशिप योजना जैसी पहलों का हवाला देते हुए युवा सशक्तीकरण के लिए भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। इन पहलों के तहत एआई, रोबोटिक्स और डिजिटल प्रौद्योगिकियों जैसे क्षेत्रों में 1.5 करोड़ से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है।

भारत, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड बिम्सटेक संगठन के सदस्य हैं। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य सहयोग को बढ़ावा देना, अनुभवों का आदान-प्रदान करना और युवा-नेतृत्व वाले विकास को गति देना है, जो पूरे क्षेत्र में युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक कदम है।

केंद्रीय मंत्री ने भारत के बढ़ते हुए स्टार्टअप इकोसिस्टम के बारे में बताया और कहा कि हम इसमें दुनिया में तीसरे नंबर पर आ गए हैं। देश में 1,57,000 स्टार्टअप हैं, जिसमें से आधे से ज्यादा महिलाओं के द्वारा लीड किए जा रहे हैं।

उन्होंने क्षेत्र के युवाओं की अपार क्षमता पर प्रकाश डाला, जो बिम्सटेक की 1.8 अरब आबादी का 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सा हैं और तेजी से विकसित हो रहे वैश्विक परिदृश्य में कौशल विकास और अवसरों की आवश्यकता पर बल दिया।

मांडविया ने बिम्सटेक के लिए भारत के प्रस्ताव की घोषणा की, जो एक “युवा सेतु” के रूप में कार्य करेगा और ज्ञान-साझाकरण, नेतृत्व कार्यक्रमों और क्षेत्रीय नेटवर्किंग अवसरों के माध्यम से युवा नेताओं को सशक्त बनाने के लिए एक मल्टी-सेक्टोरल पहल है। इस पहल का उद्देश्य एक परिवर्तनकारी मंच बनाना है जो उद्यमिता, खेल, शिक्षा और प्रौद्योगिकी को एकीकृत करता है।

–आईएएनएस

एबीएस/


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