स्पेन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद से प्रभावित लोगों से की बातचीत

मैड्रिड, 2 जून (आईएएनएस)। डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को स्पेन के संगठन आतंकवाद पीड़ित संघ (एवीटी) के साथ बातचीत की। एवीटी की स्थापना 1981 में आतंकवादी बर्बरता से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए की गई थी।
प्रतिनिधिमंडल ने सीमा पार खतरों का सामना करने में भारत के अनुभव को उनके साथ साझा किया और एक सुरक्षित तथा अधिक दयालु विश्व के निर्माण के लिए साझा संकल्प की पुष्टि की।
4800 से अधिक सदस्यों वाली एवीटी उन लोगों की सहायता करती है, जो आतंकवाद से सीधे प्रभावित होते हैं, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला है।
दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल में समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय, भाजपा सांसद कैप्टन बृजेश चौटा (सेवानिवृत्त), राजद सांसद प्रेम चंद गुप्ता, आप सांसद अशोक कुमार मित्तल और संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत मंजीव सिंह पुरी भी शामिल हैं।
अशोक मित्तल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हमने आतंकवाद के कारण उत्पन्न मौजूदा स्थिति, ताकत और लचीलेपन पर विचार किया। हमने सीमा पार खतरों से निपटने के लिए भारत के दृढ़ दृष्टिकोण को भी साझा किया तथा एक सुरक्षित और अधिक मानवीय विश्व बनाने के लिए हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता की पुष्टि की।”
इससे पहले रविवार को प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय प्रवासियों के साथ एक गहन बातचीत की, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ शांति के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत शांति और लचीलेपन के मूल्यों को कायम रखते हुए आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का नेतृत्व करेगा।
उन्होंने स्पेन में रहने वाले भारतीय समुदाय से आग्रह किया कि वे अपनी जड़ों पर गर्व करें, एकजुट रहें और न्याय और शांति को बढ़ावा देने के भारत के प्रयासों का सक्रिय रूप से समर्थन करें। प्रवासी समुदाय ने पूरे उत्साह के साथ एकजुटता और अपनेपन की मजबूत भावना को व्यक्त किया।
मैड्रिड स्थित भारतीय दूतावास की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “बातचीत के दौरान भारतीय प्रवासियों ने बताया कि उनके स्पेनी परिचितों ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले पर स्तब्धता और चिंता व्यक्त की है, जो आतंकवाद से निपटने में भारत के समक्ष चुनौतियों के बारे में बढ़ती अंतर्राष्ट्रीय जागरूकता को दर्शाता है। समुदाय ने भारत के आतंकवाद-रोधी प्रयासों के प्रति भी दृढ़ समर्थन व्यक्त किया और राष्ट्र के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की।”
अतिथि प्रतिनिधियों ने स्पेन के व्यवसायी आर्टुरो फर्नांडीज अल्वारेज़ से भी बातचीत की, जो 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए भयानक आतंकवादी हमलों में जीवित बचे थे। आतंकवाद के खतरे की निंदा करने में आर्टुरो भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए।
प्रतिनिधिमंडल अपनी यात्रा के अंतिम दिन स्पेन सरकार के सदस्यों, सांसदों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों से मिलने वाला है। इन मुलाकातों से स्पेन के नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देने और शांति, स्थिरता और आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख के लिए प्रतिबद्ध दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत की स्थिति को स्पष्ट करने का मंच मिलेगा।
ऑपरेशन सिंदूर के महत्व और पाकिस्तान प्रायोजित सीमापार आतंकवाद के खिलाफ भारत की सतत लड़ाई को उजागर करने के लिए भारत के वैश्विक कूटनीतिक संपर्क अभियान के तहत, प्रतिनिधिमंडल लातविया, ग्रीस, स्लोवेनिया और रूस में सफल बैठकों के बाद स्पेन पहुंचा, जिससे आतंकवाद से लड़ने में भारत के दृढ़ रुख की पुष्टि हुई।
–आईएएनएस
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