भारत 25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाला कनेक्टेड कार बाजार बना


नई दिल्ली, 12 मार्च (आईएएनएस)। भारत कनेक्टेड कारों के लिए सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार बन गया है, जिसमें साल 2024 में 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। बुधवार को आई एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।

काउंटरपॉइंट रिसर्च की इस रिपोर्ट के अनुसार, ‘अडॉप्शन’ में यह वृद्धि घरेलू वाहन निर्माताओं द्वारा अपने व्हीकल लाइनअप में कनेक्टिविटी फीचर्स को इंटीग्रेट करने के कारण देखी गई है।

साल 2024 में वैश्विक स्तर पर बिकने वाली सभी पैसेंजर कारों में से लगभग 75 प्रतिशत एम्बेडेड सेलुलर कनेक्टिविटी के साथ आई, जो पिछले साल 71 प्रतिशत थी।

ग्लोबल कनेक्टेड कार बाजार में कुल मिलाकर आठ प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो स्मार्ट मोबिलिटी सॉल्यूशन की बढ़ती मांग को दर्शाती है।

काउंटरपॉइंट के एसोसिएट डायरेक्टर ग्रेग बेसिक ने कहा, “मास-मार्केट कारों में कनेक्टिविटी सुविधाओं की बढ़ता पेनेट्रेशन इस विस्तार का एक प्रमुख कारक रहा है।”

उन्होंने कहा कि वाहन निर्माता ड्राइविंग एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने और सुरक्षा में सुधार करने के लिए एडवांस्ड टेलीमैटिक्स, रीयल-टाइम नेविगेशन और कनेक्टेड इन-कार एंटरटेनमेंट फीचर्स को शामिल कर रहे हैं।

वैश्विक स्तर पर, टोयोटा ग्रुप ने 2024 में कनेक्टेड कारों की बिक्री में अग्रणी स्थान हासिल किया, उसके बाद फॉक्सवैगन समूह और हुंडई किआ ऑटोमोटिव समूह का स्थान रहा।

हालांकि, बीवाईडी ग्रुप ने अपने सभी मॉडलों में एम्बेडेड कनेक्टिविटी की पेशकश करने की अपनी रणनीति के कारण 34 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ सबसे अधिक बढ़ोतरी दर्ज की।

भारत इस सेगमेंट में सबसे तेजी से बढ़ने वाले देश के रूप में उभरा है, जबकि अमेरिका और जर्मनी अन्य प्रमुख बाजारों के रूप में इस मामले में भारत से पीछे रहे।

काउंटरपॉइंट के वरिष्ठ विश्लेषक पर्व शर्मा ने कहा, “दुनिया भर में वाहन निर्माता इन-कार यूजर एक्सपीरियंस, सेफ्टी और व्हीकल परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने के लिए एम्बेडेड कनेक्टिविटी को इंटीग्रेट कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे कनेक्टिविटी एक स्टैंडर्ड ऑफरिंग बनती जा रही है, उपभोक्ता मांग ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के विकास को आकार दे रही है।

टेलीमैटिक्स कंट्रोल यूनिट्स (टीसीयू) 4जी कनेक्टिविटी को सक्षम बनाती हैं। टीसीयू का दबदबा बना हुआ है, 2024 में बेची गई 94 प्रतिशत कनेक्टेड कारें 4जी नेटवर्क पर निर्भर हैं।

हालांकि, 5जी की ओर बदलाव धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है, खासकर लग्जरी और प्रीमियम मॉडल में इसे देखा जा रहा है।

काउंटरपॉइंट को उम्मीद है कि साल 2028 तक दुनिया भर में बिकने वाली आधी से ज्यादा कारों में 5जी कनेक्टिविटी होगी, जिससे व्हीकल-टू-एवरीथिंग (वीटूएक्स) कम्युनिकेशन, फास्टर डेटा ट्रांसमिशन और ऑटोनॉमस ड्राइविंग कैपेबिलिटी बढ़ेंगी।

–आईएएनएस

एसकेटी/एकेजे


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