भारत और पुर्तगाल ने संबंधों की समीक्षा की, दोनों पक्षों ने समझौतों पर शीघ्र चर्चा करने का किया आह्वान


लिस्बन, 5 नवंबर (आईएएनएस)। भारत और पुर्तगाल ने लिस्बन में विदेश कार्यालय परामर्श के पांचवें दौर का आयोजन किया। इस दौरान राजनीतिक संबंधों, व्यापार और आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक संबंधों और लोगों के बीच संपर्क सहित द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा की गई।

भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से बुधवार को एक बयान जारी किया गया, जिसके अनुसार, बैठक के दौरान दोनों देशों के अधिकारियों ने भारत-यूरोपीय संघ संबंधों पर चर्चा की। इसके साथ ही, दोनों पक्षों ने साझा हितों के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर अपना विचार भी रखा।

भारत और पुर्तगाल ने संयुक्त राष्ट्र सहित बहुपक्षीय मंचों पर मौजूदा घनिष्ठ सहयोग को जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिनमें राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और लोगों के बीच संपर्क शामिल हैं।

इसके साथ ही उन्होंने रक्षा और सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यटन और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर भी चर्चा की। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय समझौतों की समीक्षा की और इन चर्चाओं को जल्द से जल्द निष्कर्ष पर पहुंचाने के लिए काम में तेजी लाने पर सहमति जताई।

भारत के विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) सिबी जॉर्ज और पुर्तगाल के विदेश मंत्रालय में विदेश नीति महानिदेशक हेलेना मालकाटा ने बैठक की सह-अध्यक्षता की। इस दौरान दोनों नेताओं ने विदेश कार्यालय परामर्श के अगले दौर के आयोजन के लिए सुविधाजनक तारीख पर आपसी सहमति जताई है।

दोनों पक्षों ने पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथियों पर नई दिल्ली में विदेश कार्यालय परामर्श के अगले दौर के आयोजन पर सहमति व्यक्त की।

पुर्तगाल की अपनी यात्रा के दौरान, सिबी जॉर्ज ने विदेश मामलों और सहयोग की राज्य सचिव एना इसाबेल जेवियर से मुलाकात की।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “भारत और पुर्तगाल के बीच घनिष्ठ ऐतिहासिक संबंध हैं जो अब एक दूरदर्शी, बहुआयामी और पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारी के रूप में विकसित हो रहे हैं। इस वर्ष, दोनों देश राजनयिक संबंधों की पुनर्स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। दोनों पक्षों ने इस वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित गतिविधियों पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की, जिसमें दोनों पक्षों की ओर से उच्च स्तरीय यात्राएं शामिल हैं। इन उच्च स्तरीय यात्राओं में भारत की राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष और भारत के वित्त मंत्री की पुर्तगाल की यात्रा शामिल है।”

–आईएएनएस

केके/डीकेपी


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