भारत और नामीबिया ने स्वास्थ्य और उद्यमिता के क्षेत्र में दो एमओयू पर हस्ताक्षर किए


विंडहोक, 9 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नामीबिया यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच बुधवार को राजधानी विंडहोक में स्वास्थ्य और उद्यमिता के क्षेत्र में दो समझौता ज्ञापनों (एमओयू) का आदान-प्रदान हुआ।

नामीबिया में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता प्रधानमंत्री मोदी की एक दिवसीय राजकीय यात्रा के अवसर पर किया गया।

इस अवसर पर घोषणा की गई कि नामीबिया आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना गठबंधन (सीडीआरआई) और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन में शामिल हो गया है।

यह अफ्रीकी देश यूपीआई तकनीक अपनाने के लिए लाइसेंसिंग समझौता करने वाला पहला देश भी है। इस वर्ष के अंत में नामीबिया में डिजिटल भुगतान प्रणाली शुरू करने की घोषणा, अप्रैल 2024 में एनपीसीआई और बैंक ऑफ नामीबिया के बीच यूपीआई प्रौद्योगिकी लाइसेंसिंग समझौते पर हस्ताक्षर का परिणाम है।

इससे पहले, विंडहोक स्थित स्टेट हाउस पहुंचने पर, राष्ट्रपति नंदी-नदैतवा ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस वर्ष मार्च में पदभार ग्रहण करने के बाद राष्ट्रपति नंदी-नदैतवा द्वारा आयोजित यह पहली द्विपक्षीय राजकीय स्तर की बैठक थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति नंदी-नदैतवा को नामीबिया का राष्ट्राध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी।

दोनों नेताओं ने रक्षा, समुद्री सुरक्षा, डिजिटल प्रौद्योगिकी और यूपीआई, कृषि, स्वास्थ्य और फार्मा, ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की।

विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया, “प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत नामीबिया के विशेषज्ञों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के माध्यम से विकास सहयोग के प्रयासों को बढ़ाएगा और नामीबिया में विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करने में साझेदारी की संभावनाएं तलाशेगा।”

नामीबिया को अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट एलायंस में शामिल होने का निमंत्रण देते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में चीता संरक्षण परियोजना में नामीबिया के समर्थन के लिए राष्ट्रपति नंदी-नदैतवा को धन्यवाद दिया।

विदेश मंत्रालय ने कहा, “दोनों नेताओं ने आपसी हितों के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत के लोगों को दिए गए मजबूत समर्थन और एकजुटता के लिए नामीबिया को धन्यवाद दिया। वे आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने पर सहमत हुए। उन्होंने वैश्विक दक्षिण की आवाज को बुलंद करने के लिए मिलकर काम करने की भी प्रतिबद्धता जताई।”

किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पिछले 27 साल में यह पहली नामीबिया यात्रा है।

–आईएएनएस

पीएके/एबीएम


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