बिहार के बाद अब चंडीगढ़ में भी भाजपा ने विपक्ष को जबरदस्त झटका दिया है। मंगलवार यानी 30 जनवरी को पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश पर कड़ी सुरक्षा में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के पद पर चुनाव प्रक्रिया को पूरा किया गया। जिसमे BJP के पार्षद मनोज सोनकर 35 में से 16 वोटों के साथ चंडीगढ़ के नए मेयर चुने गए। वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को मात्र 12 वोट मिले। बाकि अन्य आठ वोट रद्द कर दिए गए। भारतीय जनता पार्टी के इस उलटफेर से विपक्षी I.N.D.I.A गुट को बड़ा झटका लगा है। इस बीच, नए मेयर की घोषणा के बाद जोरदार ड्रामा हुआ, क्योंकि विपक्षी नेताओं ने अध्यक्ष अधिकारी अनिल मसीह पर आरोप लगाया
पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह पर लगे वोटों से छेड़खानी के आरोप
मिली खबर के अनुसार इस चुनाव का नतीजा आने के बाद चंडीगढ़ की सियासत में हलचल तेज हो गई है। इस बीच कांग्रेस और आप पार्षदों ने पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह पर वोटों की गिनती के दौरान डाले गए वोटों पर टिक का निशान लगाते हुए नगर निगम में जमकर बवाल और हंगामा काटा। विपक्ष ने अपने आरोपों में आगे कहा कि बीजेपी मेयर नहीं बना रही है, बल्कि लोगों के साथ धोखा कर रही है। आठ वोटों को रद्द किया गया है। यह सब खेल जानबूझकर किया गया है। इससे साफ़ साबित होता है कि यह हार 1-0 से नहीं हुई है बल्कि यह सरेआम गुंडागर्दी है। सब रिकॉर्ड हुआ है। यह काला दिन है।
केजरीवाल बोले- दिन दहाड़े बेईमानी हुई
वहीँ, इस पूरे मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर अपना रोष प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिन दहाड़े जिस तरह से बेईमानी की गई है, वो बेहद चिंताजनक है। यदि एक मेयर चुनाव में ये लोग इतना गिर सकते हैं तो देश के चुनाव में तो ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। ये बेहद चिंताजनक है।”
सांसद किरण खेर ने सबसे पहले वोट डाला
गौरतलब है कि चंडीगढ़ मेयर का चुनाव सुबह 10 बजे से होना था, मगर प्रिजाइडिंग अफसर अनिल मसीह के देरी से आने की वजह से 38 मिनट की देरी पर शुरू हुआ। इस दौरान सभी काउसिंलर्स को चुनावी प्रक्रिया समझाई गई। इसके बाद, चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर ने सबसे पहले वोट डाला। इसके बाद वार्ड नंबर से लेकर अन्य पार्षदों ने वोट डाला। करीब पौने दो घंटे तक चली यह वोटिंग प्रक्रिया साढ़े बारह बजे तक जारी रहा। इसके बाद वोटों की गिनती शुरू हुई। जिसमे बीजेपी ने जीत हांसिल कर एक बार फिर विपक्ष को चारों खाने चित्त कर दिया।