बजट में पूर्वोत्तर राज्यों के साथ बिहार का रखा गया ख्याल, विकास हमारी प्राथमिकता : जीतन राम मांझी

बजट में पूर्वोत्तर राज्यों के साथ बिहार का रखा गया ख्याल, विकास हमारी प्राथमिकता : जीतन राम मांझी

नई दिल्ली, 2 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को कहा कि बजट में कई प्रगतिशील कदम उठाए गए है, जिससे आम लोगों को फायदा होगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूर्वोत्तर की विशेष चिंता है। यहीं कारण है कि वह बिहार और सभी पूर्वोत्तर राज्यों के विकास के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। यह बजट उसी नीति को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी का फोकस हमेशा इन क्षेत्रों के विकास पर रहा है। गरीबों और किसानों और मजदूरों के हित में उठाए गए कदम भी सराहनीय हैं।

इस बजट में कई ऐसे प्रगतिशील कदम उठाए गए हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। आईटीआई का विशेष प्रबंध और मेडिकल छात्रों के लिए सीटों की बढ़ोतरी, ये दोनों शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार हैं। इस तरह की योजनाएं युवाओं को अधिक अवसर देने और उन्हें भविष्य में बेहतर रोजगार के लिए तैयार करने में मदद करेंगी। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को इस बजट के लिए धन्यवाद देता हूं। यह बजट देश के हर वर्ग के विकास पर केंद्रित है।

वहीं, पंजाब सरकार के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आज पेश किए गए केंद्रीय बजट में पंजाब को कुछ नहीं मिला, बल्कि पंजाब को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि पंजाब मुख्य रूप से एक कृषि प्रधान राज्य है, फिर भी न तो इसके किसानों और न ही इसके उद्योगों पर कोई ध्यान दिया गया। पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है। हमारी सेनाओं को मजबूत करने या हमारे पुलिस स्टेशनों को अपग्रेड करने के लिए एक पैसा भी आवंटित नहीं किया गया, लेकिन पंजाब केंद्र से भीख नहीं मांगेगा, हम अपने आप में सुधार करेंगे और आगे बढ़ेंगे। आज का बजट यह दिखाता है कि केंद्र सरकार ने पंजाब की उपेक्षा की है।

बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट में टैक्स, किसान, महिला, एमएसएमई और शिक्षा के क्षेत्र के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। बजट में केंद्र सरकार ने ऐलान किया है कि 12 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना होगा।

–आईएएनएस

एकेएस/सीबीटी

E-Magazine