यमन के बंदरगाहों पर हमले के जवाब में हौती ने इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन दागे


सना, 7 जुलाई (आईएएनएस)। यमन के हौती विद्रोही गुट ने सोमवार तड़के इजरायली लक्ष्यों पर हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया। यह हमला उन इजरायली हमलों के कुछ घंटे बाद हुआ, जिसमें इजरायली लड़ाकू विमानों और युद्धपोतों ने रेड सी के तीन यमनी बंदरगाहों और एक पावर स्टेशन को निशाना बनाया।

हौती गुट के सैन्य प्रवक्ता याह्या सरीआ ने कहा कि समूह ने कुल 11 मिसाइल और ड्रोन दागे। इनमें मिसाइलें इजरायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे, अशदोद बंदरगाह और अश्केलोन में एक पावर स्टेशन को निशाना बना रही थीं, जबकि आठ ड्रोन एइलेट बंदरगाह की ओर भेजे गए।

सरीआ ने दावा किया कि मिसाइलें और ड्रोन अपने लक्ष्यों तक सफलतापूर्वक पहुंचे और इजरायल की इंटरसेप्टर प्रणाली उन्हें रोकने में विफल रही।

प्रवक्ता ने कहा कि हौथी गुट लंबी और सतत टकराव के लिए पूरी तरह तैयार है और यह हमले तब तक जारी रहेंगे, जब तक गाजा पर हमले बंद नहीं होता और नाकाबंदी नहीं हटाई जाती।

इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने पुष्टि की कि सोमवार सुबह हौती ने दो मिसाइलें दागीं, जिससे यरुशलम, जुडियन डेजर्ट, डेड सी क्षेत्र और कब्जे वाले वेस्ट बैंक की कई बस्तियों में सायरन बजने लगे।

इजरायल की आपात सेवा ‘मगन डेविड एडोम’ ने कहा कि इस हमले में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। आईडीएफ ने कहा कि मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने के प्रयास किए गए और परिणामों की समीक्षा की जा रही है।

हौती के इस जवाबी हमले से कुछ घंटे पहले इजरायल ने यमन के हौती-नियंत्रित इलाकों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए थे। इसमें हुदैदा, रास इसा और अस सलीफ बंदरगाहों के साथ-साथ रास कान्तिब पावर स्टेशन को निशाना बनाया गया।

इसके अलावा, नवंबर 2023 में हौती द्वारा कब्जे में ली गई गैलेक्सी लीडर नामक जहाज को भी निशाना बनाया गया। आईडीएफ का आरोप है कि हौती ने इस जहाज पर रेडार तैनात कर रेड सी में जहाजों की निगरानी शुरू कर दी थी। इजरायल का यह भी कहना है कि ये बंदरगाह ईरान से मिसाइलों और ड्रोन की तस्करी के अड्डे बन चुके हैं, जो बाद में इजरायल पर हमलों में इस्तेमाल किए जाते हैं। हालांकि, ईरान और हौती गुट दोनों ने इन आरोपों को बार-बार खारिज किया है।

–आईएएनएस

डीएससी/


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