एसआईआर के जरिए गरीबों-दलितों के वोट काटे जाएंगे तो विरोध होगा : इमरान मसूद

नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में एसआईआर को लेकर विपक्षी पार्टियों ने जहां विरोध जताया, वहीं अब महाराष्ट्र में विपक्षी पार्टियां चुनाव आयोग से एसआईआर की मांग कर रही हैं। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि एसआईआर को लेकर हम लोगों ने कभी विरोध नहीं जताया, बल्कि, उसकी टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए।
आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अगर एसआईआर के जरिए गरीबों, दलितों और मुसलमानों के वोटों को चुनिंदा तरीके से काटा गया, तो इसका कड़ा विरोध होगा।
मसूद ने स्पष्ट किया कि वोट देना हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है, और इसे कोई छीन नहीं सकता। हम एसआईआर का विरोध नहीं कर रहे, लेकिन इसका इस्तेमाल जाति या धर्म के आधार पर चुनिंदा तरीके से नहीं होना चाहिए। एसआईआर के जरिए किसी खास समुदाय को निशाना बनाया गया, तो हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे।
अहमदाबाद में कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर कांग्रेस सांसद ने कहा कि पूरा देश गुजरात से चल रहा है, और फैसले भी वहीं से हो रहे हैं। राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी का सारा पैसा भी वहीं जाएगा। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे आयोजन दिल्ली या अन्य जगहों पर भी हो सकते हैं, लेकिन सरकार का फैसला अंतिम है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि ट्रंप कौन हैं? उनके कहने से क्या होता है। भारत के फैसले स्वतंत्र होने चाहिए।
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर गैंगरेप मामले में राज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपे जाने पर कांग्रेस सांसद ने दोहरे मापदंड का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बंगाल में राज्यपाल इतने सक्रिय क्यों हैं? भाजपा शासित राज्यों में ऐसी सक्रियता क्यों नहीं दिखती? उत्तर प्रदेश, हरियाणा या अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी ऐसी घटनाएं होती हैं, लेकिन वहां के राज्यपाल चुप रहते हैं। यह साफ तौर पर राजनीतिक पक्षपात है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बिहार दौरे को लेकर कांग्रेस सांसद ने कहा कि वे दूसरे दल से हैं, वह वहां पर चुनाव प्रचार करने गए हैं, मैं इसके बारे में क्या कह सकता हूं। वह अपने दल का कार्य कर रहे हैं, हम अपने दल का कार्य कर रहे हैं। जनता का भरोसा हमारे साथ है।
–आईएएनएस
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