मैं वंदे भारत से लखनऊ जाकर अपनी रेल यात्रा का वनवास समाप्त करूंगा : अरुण गोविल

मैं वंदे भारत से लखनऊ जाकर अपनी रेल यात्रा का वनवास समाप्त करूंगा : अरुण गोविल

मेरठ, 31 अगस्त (आईएएनएस)। शनिवार को मेरठ से लखनऊ के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर किया। इस अवसर पर भाजपा सांसद अरुण गोविल भी उपस्थित रहे।

उद्घाटन के दिन, 200 स्कूली बच्चों और स्थानीय लोगों को निशुल्क यात्रा का मौका दिया गया। ट्रेन ने प्लेटफार्म नंबर एक से दोपहर 12:55 बजे अपनी यात्रा शुरू की। इस ट्रेन की नियमित सेवा रविवार से शुरू होगी, और मेरठ से यह सुबह 6:35 बजे लखनऊ के लिए रवाना होगी। मंगलवार को इस ट्रेन का संचालन नहीं होगा।

भाजपा सांसद अरुण गोविल ने कहा, “आज का दिन बहुत ऐतिहासिक है। मेरठ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री से मिला यह तोहफा बहुत सराहनीय है। इससे क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी। मैं इस ट्रेन से लखनऊ जाकर अपनी रेल यात्रा के लंबे वनवास को समाप्त करूंगा।”

बता दें कि प्रधानमंत्री के हरी झंडी दिखाने से पहले रेलवे ने ट्रेन का शेड्यूल और किराया जारी कर दिया। एक सितंबर से ट्रेन संख्या 22489 लखनऊ से दोपहर 2:45 बजे रवाना होगी। बरेली और मुरादाबाद में इसका ठहराव होगा। यह ट्रेन 458.86 किलोमीटर की दूरी को सवा सात घंटे में तय कर रात 10 बजे मेरठ सिटी स्टेशन पहुंचेगी।

वहीं, मेरठ-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन संख्या 22490 मेरठ से सुबह 6:35 बजे लखनऊ के लिए रवाना होगी। मुरादाबाद और बरेली में इसका ठहराव रहेगा, जिसमें मुरादाबाद में पांच मिनट और बरेली में दो मिनट का ठहराव होगा। लखनऊ में ट्रेन दोपहर 1:45 बजे पहुंचेगी। इस ट्रेन में 8 एसी चेयर कार बोगी होंगी, और यात्री सामान्य चेयरकार और एग्जीक्यूटिव क्लास दोनों में यात्रा कर सकेंगे।

बता दें, शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 नई वंदे भारत ट्रेनों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाई। ये ट्रेनें चेन्नई से नागरकोइल, मदुरै से बेंगलुरु और मेरठ से लखनऊ के बीच चलेंगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, “वंदे भारत आधुनिक होते रेलवे का नया चेहरा है। आज हर रूट पर वंदे भारत की डिमांड है। पूरे देश में कुल 102 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। अब तक 3 करोड़ से ज्यादा लोग इन ट्रेनों से यात्रा कर चुके हैं।”

–आईएएनएस

पीएसएम/एसकेपी

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