'सलाकार' कैसे इंडिया-पाकिस्तान की बाकी स्पाई फिल्मों से अलग है, फारूक कबीर ने किया खुलासा


मुंबई, 11 अगस्त (आईएएनएस)। मशहूर निर्देशक फारूक कबीर की हालिया रिलीज वेब सीरीज ‘सलाकार’ दर्शकों को काफी पसंद आ रही है। इस सीरीज के प्रमोशन में जुटे फारूक ने बताया कि क्यों उन्होंने इंडिया-पाकिस्तान का पुराने वाला प्लॉट चुना और ये पुरानी फिल्मों से कैसे अलग है।

फारूक कबीर ने बताया कि ‘सलाकार’ न केवल एक रोमांचक जासूसी कहानी है, बल्कि यह इतिहास के पन्नों को भी उजागर करती है। उन्होंने बताया कि क्यों ये सीरीज बाकी इंडिया-पाकिस्तान वाली फिल्मों से अलग है।

फारूक ने आईएएनएस से कहा, “भारत-पाकिस्तान पर बनी अधिकतर फिल्में कश्मीर, आतंकवाद और उससे जुड़े विषयों पर आधारित होती हैं। यह कहानी बिल्कुल अलग है। यह दोनों देशों के बीच जासूसी के इतिहास पर केंद्रित है। साथ ही ‘सलाकार’ और सैन्य जनरल जिया-उल-हक के बीच का जटिल और अनोखा रिश्ता कुछ ऐसा है जो मैंने पहले कभी पर्दे पर नहीं देखा।”

उन्होंने आगे कहा, “मेरी सीरीज का किरदार पहले की फिल्मों में दिखाए गए किरदारों जैसा नहीं है। वह गलतियां करता है, लड़खड़ाता है और सीखता है। वह शुरू से ही कोई जेम्स बॉन्ड नहीं है, बल्कि धीरे-धीरे इसी ओर ढल रहा होता है। हमने इसमें ‘सलाकार’ और जनरल जिया का इमोशनल साइड भी दिखाया है। साथ ही मैं इसमें इंडिया-पाकिस्तान के दूसरे पीरियड को एक्सप्लोर करना चाहता था, इसलिए हमने इसमें आमतौर पर कश्मीर में दिखाई देने वाले आतंकवाद से इत्र स्टोरी चुनी।”

फारूक ने ये भी बताया कि सीरीज के लिए उन्होंने जनरल जिया के रोल के लिए मुकेश ऋषि का कोई ऑडिशन नहीं लिया था। उन्होंने पहली बार ऑफिस में ही उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद उन्हें लॉक कर दिया गया। बस फिल्म की शूटिंग शुरू करने से पहले एक लुक टेस्ट लिया गया था।

‘सलाकार’ एक पीरियड जासूसी ड्रामा-थ्रिलर है, जो 1970 और 2025 के बीच दो समय में चलती है। यह एक भारतीय जासूस की कहानी है, जो पाकिस्तान के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर नजर रखता है।

सीरीज में अभिनेता मुकेश ऋषि पाकिस्तानी तानाशाह मोहम्मद जिया-उल-हक की भूमिका में हैं।

–आईएएनएस

जेपी/एएस


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