हॉकी इंडिया ने जमीनी स्तर पर विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने का किया ऐलान

हॉकी इंडिया ने जमीनी स्तर पर विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने का किया ऐलान

रांची, 3 नवंबर (आईएएनएस)। हॉकी इंडिया ने जमीनी स्तर पर हॉकी को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी सदस्य इकाइयों को पदक जीतने और राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए वित्तीय सहायता देने का शुक्रवार को फैसला किया।

अपने राज्य सदस्य इकाइयों को मजबूत करने के लिए एक मजबूत कदम में हॉकी इंडिया ने वर्ष 2023 में आयोजित हॉकी इंडिया राष्ट्रीय चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली प्रत्येक सदस्य इकाई को 10 लाख रुपये का पुरस्कार देने का निर्णय लिया है।

वित्तीय सहायता देने का निर्णय हॉकी इंडिया ने शुक्रवार को रांची में मारंग गोमके जयपाल सिंह एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम मीटिंग हॉल में अपनी 13वीं कांग्रेस में लिया। कांग्रेस ने देश में खेल को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णयों और पहलों की घोषणा की।

हॉकी इंडिया ने शुक्रवार को एक बयान में बताया कि वर्तमान में 2023 में इस पहल से राज्य सदस्य इकाइयां हॉकी हरियाणा, हॉकी झारखंड, हॉकी एसोसिएशन ऑफ ओडिशा, हॉकी मध्य प्रदेश, हॉकी महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश हॉकी और हॉकी चंडीगढ़ को फायदा मिलेगा।

कांग्रेस के दौरान हॉकी इंडिया ने हॉकी इंडिया राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए अपनी सदस्य इकाइयों को वित्तीय सहायता देने का भी संकल्प लिया है।

इस पहल के तहत, छह राष्ट्रीय चैंपियनशिप में से कम से कम चार में भाग लेने वाली प्रत्येक स्थायी राज्य सदस्य इकाई को 1.50 लाख रुपये का समर्थन मिलेगा।

सभी छह राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेने वाली इकाइयों को 9.00 लाख मिलेगा। इसी तरह, एसोसिएट राज्य सदस्य इकाइयों को प्रत्येक हॉकी इंडिया राष्ट्रीय चैंपियनशिप में उनकी भागीदारी के लिए 1.50 लाख रुपये का 50% पुरस्कार दिया जाएगा, बशर्ते वे कम से कम चार वार्षिक राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलें।

कांग्रेस के समापन के बाद बोलते हुए हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा, “जब से हमने पदभार संभाला है तब से हम जमीनी स्तर पर हॉकी की गतिविधियों और समर्थन को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

“एक पूर्व खिलाड़ी होने के नाते, मैं सीधे जमीनी स्तर पर वित्तीय अनुदान के महत्व को समझता हूं कि वे उभरते खिलाड़ियों के जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं और राज्य सदस्य इकाइयों को सशक्त बनाने से पूरे भारत में हॉकी सितारे पैदा करने में कैसे मदद मिल सकती है।”

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

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