'एचएनआई इंडिया' की रीब्रांडिंग 'कोकुयो वर्कप्लेस इंडिया लिमिटेड' के रूप में हुई पूरी, 2030 तक 3 गुना वृद्धि का लक्ष्य

मुंबई, 26 नवंबर (आईएएनएस)। जापान की फर्निचर और स्टेशनरी मेकर कोकुयो ने अपने भारतीय व्यवसाय ‘एचएनआई इंडिया’ की रीब्रांडिंग ‘कोकुयो वर्कप्लेस इंडिया लिमिटेड’ के रूप में पूरी कर ली है। कोकुयो जापान की पहली ऐसी कंपनी है, जो भारत के ऑफिस फर्निचर सेगमेंट में प्रवेश कर रही है।
इस रणनीतिक कदम के साथ कोकुयो का भारतीय व्यवसाय वित्त वर्ष 24 की तुलना में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि को टारगेट कर रही है, जिसमें इंटीग्रेशन पूरा होने के बाद तेजी आने की उम्मीद है। यह रीब्रांडिंग कोकुयो की अपने एशिया-प्रशांत ऑपरेशन में भारत को सेंट्रल ग्लोबल हब के रूप में स्थापित करने की कोशिशों में कंपनी के महत्वपूर्ण कदम को दिखाती है।
कोकुयो के इस वर्ष की शुरुआत में एचएनआई इंडिया के अधिग्रहण के बाद रीब्रांडिंग हुई है। यह कंपनी की जापानी क्राफ्टमैनसिप को भारतीय बाजार की तेजी के साथ मिलाने रणनीति में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम कोकुयो की चेंज, चैलेंज, क्रिएट (सीसीसी 2030) लॉन्ग-टर्म ग्लोबल विजन और पूरे क्षेत्र में डिजाइन-लेड ग्रोथ, इनोवेशन, कस्टमर-सेंट्रिक ट्रांसफॉर्मेशन के कमिटमेंट से जुड़ा है।
कोकुयो इंडिया की योजना टॉप मेट्रो और उभरते बिजनेस हब में 2030 तक अपनी उपस्थिति को बढ़ाना है। इस महीने की शुरुआत में कंपनी ने मुंबई में ऑर्गेटेक इंडिया 2025 में अपनी नई पहचान दिखाई, जिसमें कोलेबोरेशन, एजिलिटी और वेल-बीइंग को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन नेक्स्ट-जेनरेशन सॉल्यूशन शामिल थे।
कोकुयो इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर करण सचदेव ने कहा, “यह रीब्रांडिंग न केवल नई पहचान से जुड़ी है, बल्कि यह एक नए उद्देश्य को भी दिखाती है।”
सचदेव ने कहा, “जापान के डिजाइन की सटीकता को भारत के मार्केट की तेजी के साथ मिलाकर हम ऐसा वर्कप्लेस बना रहे हैं जो अधिक अडैप्टिव, सस्टेनेबल और ह्यूमन-सेंट्रिक हो। यह भविष्य के काम को आकार देने की हमारी यात्रा का अगला चैप्टर है, जिसका लक्ष्य 2030 तक भारत में तीन गुना वृद्धि हासिल करना है।”
ग्लोबल ऑफिस फर्नीचर मार्केट के 2030 तक 6-8 प्रतिशत सीएजीआर से बढ़ने का अनुमान है, जिसमें एशिया-प्रशांत का हिस्सा ग्लोबल रेवेन्यू के एक चौथाई से अधिक होगा। भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाले बाजारों में से एक है, जिसे कॉर्पोरेट के विस्तार, हाइब्रिड वर्क अडॉप्शन और सस्टेनेबिलिटी पर बढ़ते फोकस से बढ़ावा मिल रहा है।
कोकुयो नागपुर में 350,000 स्कायर फुट की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी और 120 वर्षों की विरासत के साथ दुनिया भर में लगातार सुधार, क्रिएटिविटी और फंक्शनैलिटी के साथ वर्कप्लेस को परिभाषित कर रहा है।
कंपनी की सभी प्रोडक्ट कैटेगरी में डिजाइन इनोवेशन और सस्टेनेबिलिटी पर आधारित मैन्युफैक्चरिंग में अतिरिक्त निवेश योजना इसकी मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड के विजन को मजबूत करती है।
पोर्टफोलियो में कैमलिन, लैमेक्स, एसीटीयूएस, ईएसटीआईसी और फोरमकैक्स ब्रांड के साथ कोकुयो इंडिया का उद्देश्य जापानी मिनिमलिज्म को भारत अडैप्टेबिलिटी के साथ मिलाकर लोकल वर्कप्लेस पर ग्लोबल डिजाइन सेंसिबिलिटी को लाना है
–आईएएनएस
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