इस साल भारत में हायरिंग 8.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद : रिपोर्ट

इस साल भारत में हायरिंग 8.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद : रिपोर्ट

नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। एआई/एमएल, डेटा साइंस और साइबर सिक्योरिटी में टैलेंट की बढ़ती मांग के चलते 2024 में भारत में हायरिंग 8.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।

2023 में नियुक्ति गतिविधि 2022 की तुलना में 5 प्रतिशत कम थी, जो नौकरी बाजार में मंदी का संकेत देती है। हालांकि, टैलेंट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म फाउंडइट (पूर्व में मॉन्स्टर जॉब्स) के अनुसार, पिछले साल दिसंबर में नियुक्ति गतिविधि में 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी, जो नियुक्ति परिदृश्य में संभावित बदलाव का संकेत देता है।

फाउंडइट के सीईओ शेखर गरिसा ने कहा, ”2024 कुछ सेक्टर्स में मजबूती से उल्लेखनीय विकास के युग में बदलाव का प्रतीक है। यह केवल टीमों को बढ़ाने के बारे में नहीं है, बल्कि बुनियादी तौर पर यह कल्पना करने के बारे में है कि हम नियुक्ति के बारे में कैसे सोचते हैं। इस गतिशील परिदृश्य में, सफलता की कुंजी एआई जैसी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों में निवेश को प्राथमिकता देने और रणनीतिक मार्गदर्शन प्राप्त करने में निहित है।”

2023 में, कुछ सेक्टर्स ने मजबूती और विकास दिखाया। समुद्री और शिपिंग उद्योग में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे वैश्विक व्यापार में वृद्धि हुई और आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों का कुशलता से प्रबंधन किया गया।

खुदरा और यात्रा एवं पर्यटन क्षेत्रों, दोनों में 25 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जिससे उपभोक्ता खर्च में पुनरुत्थान का लाभ मिला।

रिपोर्ट के अनुसार, विज्ञापन, बाजार अनुसंधान और जनसंपर्क (पीआर) सेक्टर में 18 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जिसका श्रेय डिजिटल मार्केटिंग और ई-कॉमर्स को जाता है।

इसके विपरीत, कुछ सेक्टर्स में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई और उन्हें महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ा। आईटी-हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में 18 प्रतिशत की गिरावट का अनुभव हुआ, जो बाजार, कौशल अंतराल और वैश्विक प्रतिस्पर्धा से चुनौतियों को दर्शाता है।

हेल्थकेयर, फार्मास्यूटिकल्स, बायोटेक्नोलॉजी और लाइफ साइंस सेक्टर (-12 प्रतिशत) और बैंकिंग/वित्तीय सेवा और बीमा क्षेत्र (-9 प्रतिशत) में भी नियुक्तियों में गिरावट देखी गई।

रिपोर्ट में कहा गया है कि आपूर्ति श्रृंखला के मामलों और बढ़ती इनपुट लागत के कारण विनिर्माण में 8 प्रतिशत की गिरावट के साथ व्यवधान का सामना करना पड़ा।

इसके अलावा, 2023 में भर्ती पैटर्न में एक उल्लेखनीय बदलाव सामने आया। अहमदाबाद, 6 प्रतिशत की वृद्धि का अनुभव करते हुए, टॉप हायरिंग सेंटर के रूप में उभरा, जिसने अपने टैलेंट पूल और लागत प्रतिस्पर्धात्मकता के साथ कंपनियों को लुभाया।

उधर बैंगलोर और पुणे जैसे पारंपरिक रोजगार दिग्गजों में क्रमशः 16 प्रतिशत और 13 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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