जुलाई-सितंबर में भारत में रियल एस्टेट क्षेत्र में अब तक के सबसे अधिक सौदे हुए

जुलाई-सितंबर में भारत में रियल एस्टेट क्षेत्र में अब तक के सबसे अधिक सौदे हुए

नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत में रियल एस्टेट सेक्टर में तीसरी तिमाही में 1.3 अरब डॉलर के कुल 25 सौदे हुए। सोमवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई-सितंबर अवधि में रियल एस्टेट सेक्टर में सौदों की मात्रा मजबूत रही।

सौदों की यह संख्या अब तक के सबसे उच्चतम स्तर और सौदों के मूल्य को लेकर यह 2023 की दूसरी तिमाही के बाद से दूसरा सबसे उच्चतम स्तर रहा।

ग्रांट थॉर्नटन भारत की रिपोर्ट के अनुसार, सौदों का मूल्य मुख्य रूप से योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) एक्टिविटी, आवासीय और वाणिज्यिक क्षेत्रों में प्राइवेट इक्विटी फंडिंग और रियल एस्टेट टेक्नोलॉजी कंपनियों द्वारा संचालित था।

2024 की दूसरी तिमाही की तुलना में, तीसरी तिमाही में प्राइवेट इक्विटी (पीई) और विलय-अधिग्रहण (एम एंड ए) सौदा मूल्य में 71 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। हालांकि, सौदे की मात्रा में 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है।

रिपोर्ट में कहा गया है, “सालाना आधार पर तुलना से पता चलता है कि 2023 की तीसरी तिमाही की तुलना में सौदों की मात्रा में 54 प्रतिशत की वृद्धि और मूल्यों में 41 प्रतिशत की गिरावट आई है।”

2024 की तीसरी तिमाही में संपत्ति विकास क्षेत्र में तीन इनबाउंड सौदे और छात्र आवास और ऑनलाइन किराया प्लेटफॉर्म क्षेत्रों में दो आउटबाउंड सौदे हुए।

2024 की तीसरी तिमाही में प्राइवेट इक्विटी एक्टिविटी में 401 मिलियन डॉलर मूल्य के 12 सौदे हुए। सौदों की मात्रा 2024 की दूसरी तिमाही के अनुरूप रही, जो इस क्षेत्र में निरंतर रुचि को दर्शाता है। शीर्ष दो सौदे 346 मिलियन डॉलर के थे, जो कम लेनदेन में मूल्य की एकाग्रता को दर्शाता है।

रिपोर्ट के अनुसार, 2024 की दूसरी तिमाही में फंडिंग वैल्यू में गिरावट के बावजूद, सौदों का मूल्य 2024 की पहली तिमाही और 2023 की तीसरी तिमाही की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करता रहेगा।

2024 की तीसरी तिमाही में एक आईपीओ ने 49 मिलियन डॉलर जुटाए, जो पिछली तिमाहियों के साथ निरंतरता बनाए रखता है। इस तिमाही में क्यूआईपी में वृद्धि देखी गई, जिसमें चार सौदे कुल 940 मिलियन डॉलर के थे।

रिपोर्ट में कहा गया है, “यह 2024 की दूसरी तिमाही की तुलना में क्यूआईपी मूल्यों में लगभग छह गुना वृद्धि दर्शाता है।”

मजबूत क्यूआईपी एक्टिविटी रियल एस्टेट फर्मों की सार्वजनिक बाजारों तक पहुंच की क्षमता में बढ़ते विश्वास को दर्शाती है।

–आईएएनएस

एसकेटी/एबीएम

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