नितेश राणे पर भड़के वारिस पठान ने कहा, फडणवीस सरकार डाले 'सलाखों के पीछे'
मुंबई, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे के एक बयान ने विवाद पैदा कर दिया है। राणे ने हिंदुओं से अपील की है कि वे दुकानों से सामान खरीदने से पहले धर्म पूछे, शक हो तो हनुमान चालीसा पढ़वाएं। राणे के इस बयान पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम नेता वारिस पठान भड़क गए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को नितेश राणे के खिलाफ एक्शन लेते हुए उन्हें जेल में डालना चाहिए।
शनिवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान वारिस पठान ने कहा कि सबसे पहले तो मैं ऐसे लोगों के बयान पर टिप्पणी करना भी पसंद नहीं करता हूं। यह लोग सिर्फ मीडिया में जिंदा रहने के लिए इस तरह के बयान देते हैं। पहलगाम में आतंकवादियों ने धर्म पूछकर पर्यटकों को मारा, उसके पीछे आतंकियों की एक मंशा थी। आतंकी चाहते थे कि भारत का रहने वाला हिंदू-मुसलमान आपस में लड़े। नितेश राणे का बयान आतंकवादियों के मंसूबों को पूरा कर रहा है।
पठान ने कहा कि पहलगाम घटना की 140 करोड़ भारतीय निंदा कर रहे हैं। मैं देवेंद्र फडणवीस सरकार से पूछता हूं कि वह अपने मंत्री की बकवास कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं। यह तो सीधे तौर पर आर्थिक बहिष्कार की बात कर रहे हैं। देवेंद्र फडणवीस एक्शन क्यों नहीं लेते। इस मंत्री पर रोक लगनी चाहिए। सलाखों के पीछे डालना चाहिए। आज देश को एकता की जरूरत है। ऑल पार्टी की मीटिंग में यही तय हुआ था। लेकिन, देवेंद्र फडणवीस सरकार के मंत्री महाराष्ट्र और देश का माहौल खराब करना चाहते हैं। जब तक इन्हें जेल में डाला नहीं जाएगा, माहौल खराब करेंगे।
पहलगाम में आतंकियों ने कहा कलमा पढ़ो, और यह कह रहे हैं कि हनुमान चालीसा पढ़ो। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जेल में डालना चाहिए तब इंसाफ होगा। ऐसे बयानों से देश का माहौल खराब हो रहा है।
वक्फ कानून पर वारिस पठान ने कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है। इसे लेकर प्रोटेस्ट भी चल रहा है। सुनवाई के दौरान देखते हैं क्या होता है।
–आईएएनएस
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