अभी संन्यास के बारे में नहीं सोचा, उम्मीद है भारत डब्ल्यूटीसी फाइनल 2025 में खेलेगा : रोहित

अभी संन्यास के बारे में नहीं सोचा, उम्मीद है भारत डब्ल्यूटीसी फाइनल 2025 में खेलेगा : रोहित

नई दिल्ली, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि उन्होंने अभी संन्यास के बारे में नहीं सोचा है। घरेलू धरती पर विश्व कप का खिताब जीतने का मौका गंवाने के बाद रोहित को उम्मीद है कि भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2025 में खेलेगा।

36 वर्षीय रोहित, दक्षिण अफ्रीका में भारत की 2007 पुरुष टी20 विश्व कप जीत और इंग्लैंड में 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीत के सदस्य थे।

वह और भारत घरेलू मैदान पर 2023 पुरुष वनडे विश्व कप खिताब जीतने की कगार पर थे, लेकिन अहमदाबाद में फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार ने उन उम्मीदों को खत्म कर दिया।

ये वही साल था जब भारत को लंदन के द ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डब्ल्यूटीसी 2023 फाइनल में भी हार मिली थी।

रोहित ने ‘ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस’ के एक एपिसोड में कहा, “मैंने वास्तव में संन्यास के बारे में नहीं सोचा है। लेकिन, मैं नहीं जानता कि जिंदगी आपको कहां ले जाती है। मैं इस समय भी अच्छा खेल रहा हूं – इसलिए मैं सोच रहा हूं कि मैं इसे जारी रखूंगा। कुछ और साल और फिर, मुझे नहीं पता कि मैं वास्तव में वह विश्व कप जीतना चाहता हूं और 2025 में लॉर्ड्स में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल होगा, उम्मीद है कि भारत इसमें सफल होगा।”

विश्व कप फाइनल के दुख के बारे में बात करते हुए, जहां भारत की दस मैचों की जीत का सिलसिला बुरी तरह समाप्त हुआ था।

रोहित ने कहा, “मेरे लिए 50 ओवर का विश्व कप ही वास्तविक विश्व कप है। हम उस 50 ओवर के विश्व कप को देखकर बड़े हुए हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह भारत में हमारे घरेलू दर्शकों के सामने हो रहा था। हमने उस फाइनल तक बहुत अच्छा खेला, मैंने सोचा, ठीक है अब हम इससे एक कदम दूर हैं सभी चीजें ठीक से कर रहे हैं।

“वह कौन सी चीज है जिसके कारण हम विश्व कप हार सकते हैं? ईमानदारी से कहूं तो मेरे दिमाग में एक भी बात नहीं आई, क्योंकि मुझे लगा कि हमने सभी मानकों पर सही का निशान लगा दिया है, हम अच्छी क्रिकेट खेल रहे हैं।”

“हम सभी को लगा कि एक दिन बुरा होगा और मुझे लगता है कि वह हमारा बुरा दिन था। ईमानदारी से कहूं तो, मैंने नहीं सोचा था कि हमने उस फाइनल में खराब क्रिकेट खेला था, कुछ चीजें हमारे अनुकूल नहीं थीं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया उस दिन काफी बेहतर था।”

–आईएएनएस

एएमजे/आरआर

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