संतान या आश्रित को सौंपिए अपनी नौकरी, टाटा स्टील ने कर्मचारियों को दिया यह ऑफर


जमशेदपुर, 24 नवंबर (आईएएनएस)। टाटा स्टील ने एक निश्चित अवधि तक कंपनी में सेवा दे चुके कर्मियों के लिए ‘जॉब फॉर जॉब स्कीम’ की घोषणा की है। इस स्कीम के लिए कंपनी के कर्मचारी 15 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं। कंपनी ने इस स्कीम का नाम ‘सुनहरे भविष्य की योजना’ दिया है।

इसके लिए टाटा स्टील की वाइस प्रेसिडेंट (एचआरएम) अत्रैयी सान्याल के आदेश से सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है। ‘जॉब फॉर जॉब स्कीम’ के तहत कर्मचारी अपने पुत्र, पुत्री, दामाद या किसी अन्य को आश्रित नामित कर अपनी नौकरी हस्तांतरित कर सकेंगे।

इस स्कीम में वैसे कर्मचारी आयेंगे, जिनकी सेवानिवृत्ति की उम्र कम से कम साढ़े पांच साल बाकी है। आश्रितों को इसके लिए एक परीक्षा पास करनी होगी।

परीक्षा में तीन बार शामिल होने का मौका दिया जायेगा। इसके बाद प्रशिक्षु के तौर पर उनकी सेवा शुरू होगी। इस दौरान उन्हें स्टाइपेंड दिया जायेगा। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उनकी सेवा स्थायी की जायेगी। परीक्षा में असफल आश्रित को नौकरी से वंचित होना पड़ सकता है।

इसके लिए वैसे कर्मचारी आवेदन कर सकते हैं, जिनकी आयु या तो 40 साल से ज्यादा है या जो कंपनी में दस साल से अधिक समय तक काम कर चुके हैं। इन स्कीमों के लिए कर्मियों के चयन का अधिकार प्रबंधन के पास होगा।

‘सुनहरे भविष्य की योजना’ के तहत संबंधित कर्मचारी, उसके पति या पत्नी, बेटे को 24 वर्ष की आयु तक और बेटी को उसके विवाह के पूर्व तक कंपनी के हॉस्पिटल में इलाज की सुविधा मिलेगी। कर्मचारी को 58 वर्ष की उम्र तक या योजना का लाभ लेने के बाद अधिकतम छह वर्ष तक क्वार्टर की सुविधा मिलेगी।

यदि उनके आश्रित भविष्य में कंपनी के स्थायी कर्मचारी बनते हैं, तो उन्हें क्वार्टर के लिए 10 अतिरिक्त प्वाइंट मिलेंगे। इसके अलावा कर्मियों को पीएफ, ग्रैच्युटी, फेयरवेल गिफ्ट, पेंशन स्कीम का लाभ कंपनी के नियमों के तहत मिलेगा।

–आईएएनएस

एसएनसी/एबीएम


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