हमास को गाजा में भयंकर, हिंसक और अभूतपूर्व लड़ाई का सामना करना पड़ रहा : सिनवार

हमास को गाजा में भयंकर, हिंसक और अभूतपूर्व लड़ाई का सामना करना पड़ रहा : सिनवार

तेल अवीव, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। हमास के सैन्य कमांडर याह्या सिनवार ने सोमवार को कहा कि हमास गाजा में भीषण, हिंसक और अभूतपूर्व लड़ाई का सामना कर रहा है।

छिपे हुए सिनवार ने कहा, “हमास इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) को कुचल देगा। हम युद्धविराम के संबंध में इजरायल की शर्तों के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।”

7 अक्टूबर के हमले के बाद सिनवार का यह पहला सार्वजनिक संदेश है।

सिनवार ने कहा, “अल-कसम ब्रिगेड ने 5,000 से अधिक इजरायली सैनिकों और अधिकारियों को मार डाला है।” हालांकि, आईडीएफ ने कहा है कि गाजा हमले में उसके केवल 153 सैनिक मारे गए हैं।

सिनवार को इजरायल में 7 अक्टूबर को हुए हमलों का मास्टर-माइंड माना जाता है। इजरायल के रक्षामंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि वे जल्द ही सिनवार को मार गिराएंगे।

हमास नेता इस्माइल हनियेह संभावित युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए इज़राइल के साथ बातचीत के लिए हाल ही में काहिरा में थे।

इस बीच, आईडीएफ ने उत्तरी गाजा पर लगभग कब्जा कर लिया है और दक्षिणी गाजा के खान यूनिस इलाके में कड़ी लड़ाई में लगा हुआ है, जहां याह्या सिनवार और मोहम्मद दीफ सहित हमास के वरिष्ठ नेता कथित तौर पर छिपे हुए हैं।

हमास और इजरायल के बीच 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक एक सप्ताह के अस्थायी संघर्ष विराम के दौरान, हमास ने 105 बंधकों को रिहा कर दिया, जबकि 129 बंधक अभी भी हमास की कैद में हैं।

इजरायलियों का मानना है कि बाकी 129 बंधकों में से कम से कम 20 बंधकों की मौत हो चुकी है।

इजरायली जेलों में हजारों फ़िलिस्तीनी हैं, जिन्हें बिना किसी मुकदमे और कानूनी सलाह के बिना रखा गया है।

फिलिस्तीनी प्रिजनर्स क्लब ने कहा है कि इजरायली बलों ने 7 अक्टूबर से कब्जे वाले वेस्ट बैंक में 4,655 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।

7 अक्टूबर को एक अप्रत्याशित हमले में हमास द्वारा इज़राइल पर हमला करने के बाद इजरायल ने 27 अक्टूबर को गाजा के अंदर एक जमीनी हमला शुरू किया, जिसमें 1200 इजरायली मारे गए और 200 से ज्‍यादा को बंधक बना लिया गया।

हमास और इजरायल के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से 20,258 से ज्‍यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं, जबकि 53,688 फिलिस्तीनी घायल हुए हैं।

–आईएएनएस

एसजीके

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