पीएम मोदी-सीएम योगी नहीं होते तो श्री राम मंदिर का निर्माण संभव नहीं था : महंत राजू दास


अयोध्या, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की द्वितीय वर्षगांठ पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूजा-अर्चना की। इसके बाद उनके संबोधन का वहां मौजूद साधु-संतों ने जोरदार स्वागत किया।

हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने दावा किया कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं होते, तो श्री राम मंदिर का निर्माण संभव नहीं था।

महंत राजू दास ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान पर अपनी सहमति जताई, जिसमें उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन दुनिया के ग्रैंड नैरेटिव में से एक है। अब जब राम मंदिर के शिखर पर केसरिया ध्वज लहरा रहा है, तो उससे टकराने वाली हवाएं दुनिया भर में यह संदेश लेकर जाएंगी कि हमारी ओर गौर से देखो, हम वही सभ्यता हैं, जिसे मिटाने के लिए न जाने कितने आक्रांता आए। आज उन आक्रांताओं के कहीं अवशेष नहीं बचे हैं, जबकि हमारे ध्वज समंदर पार भी गगन से बातें कर रहे हैं। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के दौरान हमने भगवान श्रीराम की प्रेरणा और आदर्शों के अनुरूप काम किया। जैसे श्रीराम का लक्ष्य रावण का संहार नहीं, बल्कि अधर्म का अंत था, वैसे ही हमारा उद्देश्य आतंकियों और उनके आकाओं को सबक सिखाना था, और हमने वही किया।

महंत राजू दास ने कहा कि राजनाथ सिंह ने बिल्कुल सही कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी हमने मर्यादा बनाई। हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुसकर मारा, लेकिन किसी निर्दोष नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया। उन्होंने कहा कि आपको यह भी ध्यान देना होगा कि औरंगजेब, हुमायूं जैसी शक्तियां भारत की धरती पर कभी पैदा न हों।

उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो लोग भगवान राम के साथ नहीं हैं, वे मेरे साथ भी नहीं हैं। भगवान राम सद्गुण और धर्म के प्रतीक हैं। युद्ध के मैदान में भी, जब रावण निहत्था था, तब श्री राम ने खुद को रोका और धर्म के रास्ते पर चले। हम सनातन धर्म के अनुयायी हमेशा सिद्धांतों और अनुशासन से जीते हैं। राम भक्तों के बलिदान, शहादत, जीवन, संघर्ष, मार-पीट, कठिनाइयां, त्याग और तपस्या श्रद्धा का प्रतीक हैं। महापुरुषों ने जो काम किया है, उसी का फल है कि आज राम मंदिर की दूसरी वर्षगांठ मनाने का अवसर मिला है।

अयोध्या धाम के साकेत भवन मंदिर के महंत सीताराम दास महाराज ने कहा कि निश्चित रूप से, आज, उचित व्यवस्थाओं के तहत, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भव्य उत्सव की दूसरी वर्षगांठ के कार्यक्रम में भाग लिया और देवता के दर्शन भी किए। आज अपने संबोधन में रक्षामंत्री ने अयोध्या के कई ऐतिहासिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन के संघर्षों, राम भक्तों और संतों की भक्ति और इस नेक काम के लिए काम करने वाले व्यक्तियों और समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में बात की।

–आईएएनएस

डीकेएम/एबीएम


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