गुजरात: वायुसेना की सारंग टीम ने हवाई प्रदर्शन से अंकलेश्वर को किया मंत्रमुग्ध

अहमदाबाद, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। गुजरात के अंकलेश्वर में रविवार को एक अद्भुत नजारा देखने को मिला, जब भारतीय वायु सेना की सारंग हेलीकॉप्टर डिस्प्ले टीम ने एक जबरदस्त हवाई प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को देखने के लिए पूरे इलाके से हजारों दर्शक उमड़ पड़े।
सारंग टीम ने स्वदेशी रूप से विकसित एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टरों को उड़ाते हुए असाधारण फुर्ती, सटीकता और टीम वर्क का प्रदर्शन किया।
उनकी जटिल संरचना, तेज मोड़ और समन्वित हवाई कलाबाजी ने विमान की उन्नत क्षमताओं और पर्दे के पीछे पायलटों और टेक्निकल क्रू के कठोर कौशल को उजागर किया।
इस दुर्लभ प्रदर्शन का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में निवासी, छात्र, एविएशन के शौकीन और स्थानीय अधिकारी इकट्ठा हुए।
हर दृश्य का स्वागत तालियों की गड़गड़ाहट से हुई क्योंकि हेलीकॉप्टरों ने आसमान में आकृतियां उकेरीं, जो भारतीय वायुसेना के अनुशासन और पेशेवरपन को दर्शाती हैं। दर्शकों में से कई लोगों के लिए खासकर युवाओं के लिए यह प्रदर्शन मनोरंजन से कहीं ज्यादा था। नीले रंग की वर्दी में पुरुषों और महिलाओं के बेजोड़ समन्वय देखकर युवा दर्शक प्रेरित हुए, जिससे उनमें एविएशन के बारे में जिज्ञासा जागी और कई भारतीय वायु सेना में करियर को लेकर प्रेरित हुए।
इस आयोजन ने न केवल रक्षा विमानन में भारत के बढ़ते स्वदेशीकरण को प्रदर्शित किया, बल्कि सशस्त्र बलों के साथ जनता के जुड़ाव को भी मजबूत किया। भारतीय वायु सेना देश के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा और संघर्ष, आपदाओं और मानवीय संकटों के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
हवाई रक्षा के अपने मुख्य मिशन के अलावा, भारतीय वायुसेना रणनीतिक अभियानों में सहायता करती है। वायुसेना सैनिकों और आवश्यक आपूर्ति का परिवहन करती है, संवेदनशील सीमाओं पर निगरानी और बचाव-राहत अभियानों के माध्यम से प्राकृतिक आपदाओं के दौरान महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करती है।
भारतीय वायुसेना आधुनिकीकरण के प्रयासों, स्वदेशी विमानों और बढ़ती एयरोस्पेस क्षमताओं के साथ भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, तकनीकी प्रगति और क्षेत्र में शक्ति और स्थिरता दिखाने की क्षमता के लिए केंद्रीय भूमिका में बनी हुई है।
गुजरात में, भारतीय वायु सेना सुरक्षा और मानवीय दोनों अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जामनगर और नालिया जैसे प्रमुख अड्डे भारत के पश्चिमी हवाई रक्षा ग्रिड को मजबूत करते हैं, तटीय और सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी करते हैं, और रणनीतिक मिशनों का समर्थन करते हैं।
–आईएएनएस
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