शाजापुर में भव्य सामूहिक विवाह: 1247 कन्याएं परिणय सूत्र में बंधीं, सीएम मोहन यादव ने दिया आशीर्वाद

शाजापुर, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में शाजापुर जिले की कालापीपल तहसील के ग्राम रामपुरा में 30 अप्रैल को आयोजित मुख्यमंत्री कन्या दान विवाह सम्मेलन ऐतिहासिक रहा। इस सामूहिक विवाह में कुल 1247 कन्याएं परिणय सूत्र में बंधीं, जिनमें 1133 हिंदू रीति से और 114 निकाह के माध्यम से विवाह संपन्न हुए। यह शाजापुर जिले का पहला ऐसा आयोजन था, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में नव दंपति एक साथ नए जीवन की शुरुआत कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने इस अवसर पर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। आयोजन के लिए 13 पंडाल तैयार किए गए, जिनमें एक पंडाल निकाह के लिए और शेष में हिंदू रीति से विवाह के लिए 580 वेदियां बनाई गईं। प्रत्येक वेदी पर आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी थी, जबकि 2500 शासकीय सेवक कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे रहे।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंच से मस्ती मजाक के अंदाज में नसीहत दी, “मैं आपको पत्नी नहीं, अपनी बहनें दे रहा हूं। इनका ध्यान रखना। अगर बहनों के जीवन में कांटा भी चुभा तो मैं तुम्हें नहीं छोड़ूंगा।”
बता दें कि यह आयोजन न केवल सामाजिक एकता का प्रतीक बना, बल्कि सामूहिक विवाह की परंपरा को और मजबूत करने वाला साबित हुआ।
सीएम मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट भी किया। उन्होंने पोस्ट में कहा, “हमारी सरकार का संकल्प- खुशी-खुशी हो हर बिटिया की विदाई। आज शिव पुराण कथा वाचक परम पूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा की गरिमामयी उपस्थिति में शाजापुर जिले के रामपुरा में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में सहभागिता कर नवविवाहित जोड़ों को मंगलमय जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। सामूहिक विवाह सिर्फ एक परंपरा ही नहीं, बल्कि एकता और आर्थिक संतुलन की भावना को भी बढ़ावा देती है। हमारी सरकार आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने एवं प्रदेश की हर बेटी के सुखद व खुशहाल भविष्य के लिए संकल्पित है।”
–आईएएनएस
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