भारतीय हॉकी का 'शताब्दी समारोह', 7 नवंबर को भव्य आयोजन


नई दिल्ली, 3 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने सोमवार को भारतीय हॉकी के 100 वर्ष (1925-2025) पूरे होने के उपलक्ष्य में भव्य समारोह की घोषणा की। हॉकी इंडिया के सहयोग से आयोजित होने वाला यह शताब्दी समारोह 7 नवंबर को नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा, जिसके समानांतर भारत के 550 से अधिक जिलों में कार्यक्रम आयोजित होंगे।

यह ऐतिहासिक आयोजन भारत की समृद्ध हॉकी विरासत के एक शताब्दी वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में होगा। यह कार्यक्रम उन दिग्गजों को सम्मानित करेगा, जिन्होंने देश को गौरव दिलाया। नई दिल्ली में समारोह शुक्रवार सुबह 8:30 बजे शुरू होगा, जिसमें भारतीय हॉकी की गौरवशाली यात्रा के सार को दर्शाने वाले कई विशेष कार्यक्रम होंगे।

डॉ. मांडविया ने कहा, “भारत हॉकी के 100 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है। हम गौरव, दृढ़ता और राष्ट्रीय गौरव की एक शताब्दी का सम्मान करते हैं। यह मील का पत्थर हमारे उन नायकों को याद करने का अवसर है, जिन्होंने देश को सम्मान दिलाया और आगे बढ़ते हुए उनकी यात्रा से प्रेरणा लेने का अवसर है।”

उन्होंने कहा, “हॉकी भारत के लिए केवल एक खेल से कहीं अधिक है। यह हमारी पहचान और सामूहिक भावना का हिस्सा है। 550 से अधिक जिलों में आयोजित होने वाले समारोह न केवल हमारी विरासत को उजागर करेंगे, बल्कि भारतीय हॉकी की कहानी को देश के कोने-कोने तक पहुंचाएंगे, जिससे युवा लड़के और लड़कियों को हॉकी स्टिक उठाकर जुनून के साथ खेलने की प्रेरणा मिलेगी।”

स्पोर्ट्स मिनिस्टर इलेवन और हॉकी इंडिया की मिश्रित टीम इलेवन (पुरुष और महिला) के बीच 30 मिनट का एक प्रदर्शनी मैच लैंगिक समानता, टीम वर्क और समावेशिता को उजागर करेगा, जिसमें पुरुष और महिला दोनों राष्ट्रीय टीमों के शीर्ष खिलाड़ी भाग लेंगे।

इसके बाद विभिन्न पीढ़ियों के हॉकी दिग्गजों को सम्मानित किया जाएगा और भारत को दुनिया के सबसे सफल हॉकी राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में उनके योगदान को मान्यता दी जाएगी, जिसने आठ ओलंपिक स्वर्ण पदक और 13 ओलंपिक पोडियम फिनिश हासिल किए हैं।

सरकार की योजनाओं में हॉकी प्राथमिकता वाले खेलों में से एक है। पुरुष और महिला हॉकी, सरकार की प्रमुख योजनाओं में टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम और टारगेट एशियन गेम्स ग्रुप में शामिल हैं। इन योजनाओं के तहत, राष्ट्रीय टीमों को प्रत्येक ओलंपिक चक्र में प्रशिक्षण, प्रतियोगिताओं, प्रदर्शन यात्राओं और भत्तों सहित अन्य सुविधाओं के लिए धन मिलता है। महिलाओं के बीच हॉकी को बढ़ावा देने के लिए, खेल मंत्रालय देश भर में जूनियर और सब-जूनियर स्तर पर अस्मिता हॉकी लीग का आयोजन करता है।

खेल मंत्री ने कहा, “सरकार अधिक निवेश, आधुनिक बुनियादी ढांचे और संस्थागत सुधारों के माध्यम से भारत के खेल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है – 2036 तक भारत को दुनिया के शीर्ष खेल राष्ट्रों में से एक बनाना और हर खेल में लगातार उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन करना। मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण और हॉकी इंडिया जैसे महासंघों के बीच निरंतर सहयोग से, हम युवा प्रतिभाओं को निखारते रहेंगे, खेलों तक पहुंच बढ़ाएंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि भारत का तिरंगा हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर ऊंचा लहराए।”

–आईएएनएस

आरएसजी/एबीएम


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