सरकार ने मेडटेक स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए शुरू की योजना

सरकार ने मेडटेक स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए शुरू की योजना

नई दिल्ली, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। सरकार ने मेडटेक इनोवेटर्स को सशक्त बनाने और आयातित चिकित्सा उपकरणों पर देश की निर्भरता को कम करने के लिए एक रणनीतिक पहल के तहत सोमवार को मेडटेक मित्र प्लेटफॉर्म लॉन्च किया।

स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने उद्घाटन समारोह में कहा, “मेडटेक मित्र एक ऐसा मंच है जो देश की युवा प्रतिभाओं को उनके शोध को अंतिम रूप देने और नियामक अनुमोदन प्राप्त करने में मदद करेगा।”

मंडाविया ने इनोवेटर्स और युवाओं की पहल और प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि देश में इनोवेटर्स, शोधकर्ताओं और युवा स्टार्टअप के बीच अपार शक्ति है जो रिसर्च और लॉजिक डेवलपमेंट करना जानते हैं।

उन्होंने कहा, “अगर किसी को मंजूरी के स्तर पर ही मदद मिल जाए, तो चमत्कार हासिल किया जा सकता है, जो भारत को आत्मनिर्भर बनने और विकसित भारत के दृष्टिकोण को हासिल करने में मीलों आगे ले जाएगा।”

यह देखते हुए कि भारत का मेडटेक क्षेत्र 80 प्रतिशत आयात पर निर्भर है, मंत्री ने कहा कि यह सहयोगी पहल किफायती, गुणवत्ता वाले मेडटेक उपकरणों और डायग्नोस्टिक्स के स्वदेशी विकास की सुविधा प्रदान करेगी जिससे इस क्षेत्र की आयात निर्भरता में काफी कमी आएगी।

उन्होंने कहा, “चिकित्सा उपकरण क्षेत्र भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का एक आवश्यक और अभिन्न अंग है। विकसित भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए, भारत 2047 तक देश में स्वास्थ्य परिदृश्य को बदलने की दृष्टि से स्वास्थ्य के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपना रहा है।”

उन्होंने बताया कि उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाओं और मेडिकल ड्रग पार्कों, मेडटेक अनुसंधान नीति और मेडटेक अनुसंधान प्रोत्साहन योजना के लिए निवेश के कार्यान्वयन के साथ देश के भीतर चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति देखी गई है।

इस क्षेत्र की वृद्धि और क्षमता को रेखांकित करते हुए, मंडाविया ने कहा, “मुझे विश्वास है कि भारत में 2030 तक 50 अरब डॉलर का मेडटेक उद्योग बन जाएगा।”

मंत्री ने कहा कि रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा, वर्चुअल रियलिटी, नैनो टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में हो रहे विकास के कारण आज चिकित्सा उपकरण क्षेत्र तेजी से बदल रहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने विस्तार से बताया कि बढ़ती स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं और विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता के समर्थन से भारतीय चिकित्सा उपकरण उद्योग आने वाले वर्षों में नवाचार में एक शक्तिशाली नेता के रूप में उभरने की क्षमता रखता है।

नवाचारों को प्रकाश में लाने में नवप्रवर्तकों के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए वी.के. पॉल ने नैदानिक मूल्यांकन और विनियामक अनुपालन के लिए नवप्रवर्तकों को मदद करने में मेडटेक मित्र की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मेडटेक मित्र उभरते स्टार्ट-अप को सशक्त बनाएंगे और नवाचार में आसानी, अनुसंधान एवं विकास में आसानी, और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सेवा प्रदान करने में आसानी सुनिश्चित करेंगे।

–आईएएनएस

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