गाजावासी डायरिया और हेपेटाइटिस समेत इन बीमारियों से जूझे रहे!

गाजावासी डायरिया और हेपेटाइटिस समेत इन बीमारियों से जूझे रहे!

गाजा में जो लोग इजरायल की खतरनाक मिसाइलों और गोलियों से बच गए हैं अब उनका पीछा अदृश्य बीमारियां कर रही हैं। यहां लाखों लोग भोजन साफ पानी और आश्रय की कमी से परेशान हैं। इन कमियों की वजह से गाजा के लोग नरक का जीवन जीने को मजबूर हैं। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ने बताया है कि गाजा में बीमारियों ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है।

गाजा में जो लोग इजरायल की खतरनाक मिसाइलों और गोलियों से बच गए हैं, अब उनका पीछा अदृश्य और जानलेवा बीमारियां कर रही हैं। यहां लाखों लोग भोजन, साफ पानी और आश्रय की कमी से परेशान हैं। इन कमियों की वजह से गाजा के लोग नरक का जीवन जीने को मजबूर हैं।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स को 10 डॉक्टरों और सहायता कर्मियों ने बताया है कि भोजन, साफ पानी और आश्रय की कमी के अलावा गाजा में लाखों लोग खराब स्वास्थ्य सुविधाओं का सामना कर रहे हैं। डॉक्टरों ने बताया है कि गाजा में भयानक महामारी फैल रही है।

गाजा में बीमारियों ने असर दिखाना शुरू किया

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष के मुख्य प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने एक इंटरव्यू में बताया कि “गाजा में बीमारियों ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। अब यह देखना है कि इसका कितना बुरा प्रभाव हो सकता है।

बच्चों में दस्त के मामले 66 फीसदी बढ़े

विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक, 29 नवंबर से 10 दिसंबर तक पांच साल से कम उम्र के बच्चों में दस्त के मामले 66 फीसदी बढ़कर 59,895 हो गए। इसी दौरान बाकी की आबादी में डायरिया के मामले 55 फीसदी बढ़ गए। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि युद्ध के कारण गाजा में स्वास्थ्य प्रणालियां ध्वस्त हो चुकी हैं और इसकी वजह से सही आंकड़े सामने नहीं आ सके।

बच्चों के गुर्दे फेल हो रहे हैं

दक्षिणी गाजा में खान यूनिस के नासिर अस्पताल में बाल चिकित्सा वार्ड के प्रमुख डॉक्टर अहमद अल फर्रा ने बताया कि उनका वार्ड भयानक पानी की कमी से पीड़ित बच्चों से भरा हुआ था। इसकी वजह से कुछ बच्चों के गुर्दे फेल हो गए, जबकि अन्य में दस्त चार गुना बढ़ गए।

हेपेटाइटिस ए के 15 से 30 मामल सामने आए

उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्तों में खान यूनिस में हेपेटाइटिस ए के 15 से 30 मामलों की जानकारी सामने आई है। 1 दिसंबर को इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम खत्म होने के बाद से लाखों लोग अस्थायी आश्रय स्थलों, स्कूलों और तंबुओं में चले गए। सहायता कर्मियों ने कहा कि हजारों लोग खुले आसमान में सो रहे हैं। यहां तक कि लोगों को के पास नहाने, पर्याप्त शौचालय और पानी की बहुत कम सुविधा मिल रही है।

गाजा पट्टी के 36 अस्पतालों में से 21 बंद

10 दिसंबर के डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों से पता चलता है कि गाजा पट्टी के 36 अस्पतालों में से 21 बंद पड़े हैं। इसमें भी 11 अस्पताल आंशिक रूप से काम कर रहे हैं। वहीं, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गाजा में 18,700 से अधिक लोग मारे गए हैं। इसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि गाजा के 24 लाख लोगों में से 19 लाख लोग युद्ध के कारण विस्थापित हो चुके हैं।

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