अहमदाबाद, 12 नवंबर (आईएएनएस)। अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने मंगलवार को कहा कि उन्हें यूरोपीय संघ (ईयू), बेल्जियम, डेनमार्क और जर्मनी के राजदूतों की मेजबानी करने का अवसर मिला है, जिन्होंने गुजरात के खावड़ा में बन रहे दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी (आरई) पार्क और देश के सबसे बड़े पोर्ट हब मुंद्रा पोर्ट की यात्रा की।
गौतम अदाणी ने कहा कि राजदूतों के साथ चर्चा भारत के ऊर्जा परिवर्तन को आगे बढ़ाने और हाइड्रोजन इकोसिस्टम में तेजी लाने के लिए वैश्विक साझेदारी को मजबूत करने पर केंद्रित थी।
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन ने अपनी पोस्ट में कहा कि हमारे कार्यालय को यूरोपीय संघ (ईयू), बेल्जियम, डेनमार्क और जर्मनी के राजदूतों की मेजबानी करने अवसर प्राप्त हुआ। मैं गुजरात के खावड़ा में दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी पार्क और मुंद्रा में भारत के सबसे बड़े पोर्ट, लॉजिस्टिक्स और इंडस्ट्रियल केंद्र की उनकी यात्रा की सराहना करता हूं।
गौतम अदाणी ने कहा कि हम एक संतुलित ऊर्जा मिश्रण सुनिश्चित करते हुए अपनी महत्वाकांक्षी रिन्यूएबल एनर्जी पहलों को आगे बढ़ाना जारी रखे हैं, जो पूरे भारत के लिए एक स्थायी भविष्य का समर्थन करता है।
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) का ईबीआईटीडीए चालू वित्त वर्ष (2024-25) की पहली छमाही में सालाना आधार पर 20 प्रतिशत बढ़कर 4,518 करोड़ रुपये हो गया है। अप्रैल से सितंबर की अवधि में एजीईएल का कैश प्रॉफिट सालाना आधार पर 27 प्रतिशत बढ़कर 2,640 करोड़ रुपये हो गया है।
खावड़ा के 30,000 मेगावाट (30 गीगावाट) के रिन्यूएबल एनर्जी पार्क में हाल ही में 250 मेगावाट की क्षमता की पहली पवन ऊर्जा का परिचालन शुरू किया है। अदाणी ग्रीन का लक्ष्य 2030 तक 50 गीगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता विकसित करना है।
अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में शुद्ध लाभ में 42 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5,520 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 3,881 करोड़ रुपये था।
–आईएएनएस
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