राहुल गांधी के लद्दाख वाले बयान पर गौरव वल्लभ का तंज, 'इंची-टेप से जमीन नापी है क्या?'

राहुल गांधी के लद्दाख वाले बयान पर गौरव वल्लभ का तंज, 'इंची-टेप से जमीन नापी है क्या?'

नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा विदेश में दिए बयान को लेकर भाजपा हमलावर है। भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने बुधवार को आईएएनएस से खास के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा।

राहुल गांधी ने बयान दिया था कि चीन ने लद्दाख में दिल्ली के बराबर भूभाग पर कब्जा कर लिया है और प्रधानमंत्री मोदी चीन के साथ सही ढंग से मुद्दे नहीं सुलझा रहे हैं।

गौरव वल्लभ तंज कसते हुए कहा, क्या राहुल गांधी ने इंची-टेप लेकर वहां की जमीन नापी है? अगर राहुल गांधी के प्रोग्राम को देखे तो इन्होंने पहले दिन सिखों का अपमान किया, दूसरे दिन भारत को दूसरे देशों से नीचे दिखाया, तीसरे दिन भारत के विरोध में बयान देने वाली इल्हान उमर से चर्चा की और चौथे दिन भारत की महान सेना का अपमान किया।

उन्होंने तंज कसते हुए आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि राहुल गांधी के सपने में कौन सी दिव्य शक्ति आई थी, जिसने उनको ये सब बताया। कृपया करके उनको विदेशी धरती पर जाकर भारत, भारत के लोग और भारत की सेना का अपमान करना बंद कर देना चाहिए।

आईएसआईएस समर्थक मानी जाने वाली इल्हान उमर से मुलाकात पर गौरव वल्लभ ने कहा, “राहुल गांधी की इल्हान उमर से क्या बात हुई, यह देश को बताना चाहिए। कौन सी देश विरोधी टूल कीट के बारे में चर्चा हुई, यह बताना चाहिए। अगर कोई देश विरोधी बात नहीं हुई तो ऐसे व्यक्ति से जाकर मिलने की क्या जरूरत थी। संवैधानिक पद पर बैठा हुआ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर बैठा हुआ नेता भारत विरोधी ताकतों से मिलता है। इससे ज्यादा गलत कुछ नहीं हो सकता।”

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि अगर उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में 20 सीटें और जीत जाती तो भाजपा के लोग आज जेल में होते। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गौरव वल्लभ ने कहा, “वह देश के वरिष्ठ नेता हैं, मेरा उनसे एक आग्रह है कि वह अपनी स्पीच लेखक को बदल दें। वह तो कुछ नहीं लिखते हैं, उनको जो दिया जाता है, वही पढ़ते हैं। अगर कांग्रेस को 20 सीटें और मिल भी जाती तब भी पार्टी 119 पर ही रहती। वह सरकार बना लेते, इस सपने को देखना बंद कर देना चाहिए। मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान से उनका राजनीतिक स्तर नीचे हो रहा है।”

–आईएएनएस

एससीएच/एकेजे

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