आतिशबाजी से बॉल ड्रॉप तक: 1907 की 'उस रात' कैसे टाइम्स स्क्वायर बना नववर्ष का प्रतीक


नई दिल्ली, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। नए साल का आगाज हो रहा था और पुराना साल विदा ले रहा था। लेकिन1907 की वो सर्द रात न्यूयॉर्क के इतिहास में केवल एक तारीख नहीं थी, बल्कि आधुनिक शहरी उत्सव की नींव रखने वाला क्षण थी। 31 दिसंबर को पहली बार न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में नववर्ष का सार्वजनिक जश्न कुछ अलग था, जिसने आगे चलकर दुनिया के सबसे प्रसिद्ध न्यू ईयर सेलिब्रेशन की परंपरा को जन्म दिया। उस समय न्यूयॉर्क तेजी से बदल रहा था और टाइम्स स्क्वायर, जहां उस साल कुछ ही दिनों पहले द न्यूयॉर्क टाइम्स का मुख्यालय बना था, शहर की नई पहचान के रूप में उभर रहा था।

इतिहासकारों के अनुसार, इस सार्वजनिक जश्न के पीछे अखबार के प्रकाशक एडॉल्फ ऑक्स की सोच थी। वे चाहते थे कि टाइम्स स्क्वायर केवल एक चौराहा न रहकर शहर के सांस्कृतिक जीवन का केंद्र बने। शुरुआती वर्षों में यहां आतिशबाजी और संगीत के साथ नए साल का स्वागत किया जाता था, लेकिन 1907 में एक ऐसा प्रतीक जोड़ा गया जिसने इस आयोजन को अमर बना दिया और वह था बॉल ड्रॉप!

31 दिसंबर 1907 की रात पहली बार टाइम्स टॉवर के ऊपर से एक चमकती हुई गेंद को ठीक रात 11 बजकर 59 मिनट पर धीरे-धीरे नीचे उतारा गया। जैसे ही वह गेंद नीचे पहुंची, नया साल शुरू हो गया। यह विचार पूरी तरह नया नहीं था; इसकी जड़ें 19वीं सदी की “टाइम बॉल” परंपरा में थीं, जब बंदरगाहों पर समय बताने के लिए गेंद गिराई जाती थी। लेकिन न्यूयॉर्क ने इसे तकनीक और उत्सव के संगम में बदल दिया।

इस परंपरा का उल्लेख कई ऐतिहासिक पुस्तकों में मिलता है। विलियम डी. क्रम्प की पुस्तक “इनसाइक्लोपीडिया ऑफ न्यू ईयर्स हॉलीडेज वर्ल्डवाइड” में बताया गया है कि टाइम्स स्क्वायर का बॉल ड्रॉप केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि समय के प्रतीकात्मक स्वागत का एक अनोखा तरीका था। यही वजह है कि कुछ ही वर्षों में यह आयोजन न्यूयॉर्क की पहचान बन गया। रेडियो और बाद में टेलीविजन के जरिए यह दृश्य पूरी दुनिया तक पहुंचा और करोड़ों लोगों के लिए नया साल शुरू होने का संकेत बन गया।

आज टाइम्स स्क्वायर का न्यू ईयर ईव सेलिब्रेशन वैश्विक संस्कृति का हिस्सा है। हर साल लाखों लोग ठंड के बावजूद वहां इकट्ठा होते हैं, और दुनिया भर में लोग टीवी व डिजिटल स्क्रीन पर उस आखिरी गिनती का इंतजार करते हैं। इस तरह 1907 में शुरू हुआ वह सार्वजनिक जश्न और बॉल ड्रॉप की परंपरा केवल न्यूयॉर्क की कहानी नहीं रही, बल्कि आधुनिक युग में सामूहिक उम्मीद, रोशनी और नए आरंभ का वैश्विक प्रतीक बन गई।

–आईएएनएस

केआर/


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