महाकुंभ में श्रद्धालुओं की निःशुल्क नेत्र जांच

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की निःशुल्क नेत्र जांच

प्रयागराज, 27 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से आयोजित भव्य महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है। दरअसल, यहां पर नेत्र महाकुंभ नाम का एक शिविर लगाया गया है। यहां पर निःशुल्क आंखों की जांच के साथ श्रद्धालुओं को चश्मा और दवाइयां भी मुफ्त दी जा रही हैं। अगर किसी को ऑपरेशन की जरूरत है तो वह भी निःशुल्क कराया जा रहा है। यह शिविर नेत्रदान के बारे में जागरूकता को भी बढ़ावा देता है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), सक्षम फाउंडेशन और अन्य सामाजिक संगठनों के सहयोग से यह शिविर प्रतिदिन हजारों लोगों की सेवा कर रहा है। आरएसएस के काशी प्रांत सेवा प्रमुख सत्य विजय सिंह ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि 12 साल पर महाकुंभ का आयोजन किया जाता है। यहां पर नेत्र महाकुंभ का आयोजन किया गया है। इसमें पांच लाख तक निःशुल्क ओपीडी करने का लक्ष्य है। तीन लाख लोगों को निःशुल्क चश्मे और दवाएं देने का संकल्प लिया गया है। हमारे साथ कुछ संस्थाएं भी जुड़ी हैं। सक्षम के नेतृत्व में यह कार्य हो रहा है। यह संगठन दिव्यागों के क्षेत्र में काम करता है।

प्रयागराज संघ उत्तर प्रचार प्रमुख राजेश प्रताप ने बताया कि सैकड़ों की तदाद में श्रद्धालु नेत्र जांच करवाने के लिए यहां पर आ रहे हैं। सभी को बारी-बारी ओपीडी में डॉक्टरों के पास जांच करवाने के लिए भेजा जाता है। हमारे पास 40 डॉक्टरों की टीम है। इसके अलावा मेडिकल से जुड़े 100 लोग हमारे पास हैं। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की जांच में अगर मरीज को दवाई की आवश्यकता होती है तो दवाई दी जाती है यदि किसी को चश्मे की जरूरत होती है तो उसे चश्मा दिया जाता है। इसके अलावा किसी मरीज को रेफर किया जाता है तो उसकी आंखों का इलाज निःशुल्क किया जाता है। इसके लिए तीन कार्ड बनाए जाते हैं। एक कार्ड मरीज को दिया जाता है। दूसरा उस अस्पताल को भेजा जाता है जहां पर मरीज का इलाज होना है। तीसरा संस्था के पास होता है।

प्रयागराज के शांति भूषण मिश्रा ने कहा कि नेत्र महाकुंभ में संस्था की ओर से बहुत ही अच्छा कार्य किया जा रहा है।

हरदोई से आए नेमिष पांडे ने कहा कि अच्छी पहल है। इससे सैकड़ों लोगों को लाभ मिल रहा है।

सौरभ शुक्ला ने कहा, “मैं यहां जांच कराने आया था। मैं यहां पर नेत्र दान करने की योजना बनकार आया हूं।”

–आईएएनएस

डीकेएम/एकेजे

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