चार मौके, जब भारत के सलामी गेंदबाजों ने मिलकर पूरी टेस्ट पारी समेट दी

नई दिल्ली, 5 जुलाई (आईएएनएस)। भारत ने एजबेस्टन में जारी दूसरे टेस्ट की पहली पारी में इंग्लैंड को 407 रन पर समेट दिया। इस दौरान मोहम्मद सिराज ने छह, जबकि आकाश दीप ने चार विकेट अपने नाम किए।
टेस्ट इतिहास में ऐसा चौथी बार था, जब भारत के सलामी गेंदबाजों ने मिलकर विपक्षी टीम की पूरी पारी समेट दी। इनमें से तीन मौकों पर कपिल देव का योगदान रहा है। आइए, इन तीन मौकों के बारे में जानते हैं…
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (2-4 जनवरी 1981): सिडनी में भारत की पहली पारी महज 201 रन पर सिमट गई थी। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 406 रन जड़ दिए। इस पारी के दौरान कपिल देव ने 36.1 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 97 रन देकर पांच विकेट चटकाए, जबकि करसन घावरी ने 30 ओवरों में 107 रन देकर पांच विकेट निकाले।
भारतीय टीम दूसरी पारी में फिर से 201 रन पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया ने मुकाबला पारी और चार रन से जीत लिया।
भारत बनाम इंग्लैंड (27 नवंबर-1 दिसंबर 1981): वानखेड़े में टीम इंडिया की पहली पारी महज 179 रन पर सिमट गई। दूसरी ओर, दिलीप दोषी ने पांच विकेट लेकर इंग्लैंड की पहली पारी को 166 रन पर ढेर कर दिया।
भारत ने दूसरी पारी में 227 रन बनाए और इंग्लैंड को जीत के लिए 241 रन का टारगेट दिया, जिसके जवाब में कपिल देव-मदन लाल की गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड 102 रन पर ढेर हो गई।
कपिल देव ने 13.2 ओवरों में 70 रन देकर पांच विकेट झटके, जबकि इतने ही विकेट 12 ओवरों में महज 23 रन देकर मदन लाल ने हासिल किए। भारत ने मैच 138 रन से जीत लिया।
भारत बनाम वेस्टइंडीज (12-16 नवंबर 1983): अहमदाबाद में वेस्टइंडीज की पहली पारी 281 रन पर सिमट गई थी, जिसके जवाब में टीम इंडिया ने 241 रन ही बना सकी।
इसके बाद कपिल देव की घातक गेंदबाजी के सामने वेस्टइंडीज की दूसरी पारी 201 रन पर सिमट गई। कपिल देव ने 30.3 ओवरों में 83 रन देकर 9 विकेट चटकाए, जबकि बलविंदर संधू ने शेष एक विकेट अपने नाम किया।
भारतीय टीम को जीत के लिए 242 रन का टारगेट मिला था, लेकिन वेस्टइंडीज ने पलटवार करते हुए टीम इंडिया को 103 रन पर समेट दिया। वेस्टइंडीज इस मुकाबले को 138 रन से जीता।
–आईएएनएस
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