हरियाणा में बाढ़ कुदरती नहीं, सरकार की लापरवाही का नतीजा थी : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़, 17 सितंबर (आईएएनएस)। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा की मौजूदा स्थिति और सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि हरियाणा में आई हालिया बाढ़ प्राकृतिक आपदा नहीं थी, बल्कि पूरी तरह सरकार की लापरवाही का परिणाम थी। उनके अनुसार, सरकार को जिन कदमों की जरूरत थी, वे समय रहते उठाए ही नहीं गए।
हुड्डा ने कहा कि मैं विधायकों से अपील करूंगा कि वे एक महीने का वेतन राहत कोष में डालें, जिससे बाढ़ पीड़ितों को राहत मिल सके। हुड्डा ने सवाल उठाया कि जब सैटेलाइट के माध्यम से पराली जलाने के चालान किए जा सकते हैं, तो किसानों की गिरदावरी क्यों नहीं हो सकती?
उन्होंने अमृत योजना पर भी सवाल खड़े किए और आरोप लगाया कि इस योजना में घोटाले सामने आए हैं। आज भी 6000 से अधिक गांवों में पानी भरा हुआ है और सीवरेज की सफाई नहीं की गई।
हुड्डा ने बीपीएल कार्ड को लेकर भी सरकार पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाया। हुड्डा ने कहा कि चुनाव से पहले 52 लाख बीपीएल कार्ड बनाए गए और 80 प्रतिशत लोगों को बीपीएल घोषित किया गया, लेकिन अब वही कार्ड काटे जा रहे हैं। यह भी वोट चोरी का एक तरीका था।
अभय चौटाला के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रॉक्सी वॉर है। अगर भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला हो तो भाजपा कभी जीत नहीं सकती। कभी जेजेपी तो कभी आईएनएलडी मैदान में उतार दी जाती है।
दिल्ली और पंजाब की राजनीति पर भी हुड्डा ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जब केजरीवाल ने 27 विधायकों की टिकट काटी, तो केवल 4 ही जीत पाए। वहीं, पंजाब में प्रवासियों के साथ हो रही घटनाओं पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह भारत है और हर नागरिक को यहां रहने का पूरा अधिकार है। उन्होंने सवाल किया कि क्या मैं उत्तर प्रदेश में नहीं रह सकता?
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर हुड्डा ने उन्हें शुभकामनाएं दीं, लेकिन साथ ही सेवा पखवाड़े पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि भाजपा को यह याद 11 साल बाद क्यों आई? क्या पहले प्रधानमंत्री का जन्मदिन नहीं आता था? उस दौरान उन्होंने कुछ क्यों नहीं किया और अब चुनाव से पहले पखवाड़ा मना रहे हैं।
–आईएएनएस
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