मेरे लिए सफलता सिर्फ एक एंट्री कार्ड है, आगे बढ़ने का रास्ता सीखने की चाह से मिलता है : परमिश वर्मा


मुंबई, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। मनोरंजन की दुनिया में कुछ कलाकार ऐसे होते हैं जो अपनी मेहनत, सोच और जिज्ञासा से दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं। पंजाबी रैपर, सिंगर और एक्टर परमिश वर्मा उन्हीं में से एक हैं।

आज वह न सिर्फ अपने गानों और फिल्मों के लिए मशहूर हैं, बल्कि अब म्यूजिक रियलिटी शो ‘आई-पॉपस्टार’ में बतौर मेंटर भी नजर आ रहे हैं। लेकिन शो के प्रमोशन के दौरान उन्होंने जो बात कही, उसने सबका ध्यान खींच लिया। परमिश का कहना है कि किसी भी कलाकार की सबसे बड़ी ताकत उसकी जिज्ञासा होती है। हर वक्त कुछ नया सीखने की चाह ही आगे बढ़ने में मदद करती है।

परमिश ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि उनमें हमेशा से एक कलाकार के तौर पर काफी जिज्ञासा रही है।

उन्होंने कहा, ”मेरे लिए सफलता सिर्फ एक एंट्री कार्ड है, असल में आगे बढ़ने का रास्ता सीखने की चाह यानी जिज्ञासा है। मैं बहुत खुश हूं कि मैं इतने शानदार कलाकारों के बीच हूं। उनसे रोज कुछ नया सीखने को मिलता है। दुनिया बहुत बड़ी है। हमें हर चीज को ईमानदारी से करना चाहिए। चाहे काम छोटा हो या बड़ा, उसमें पूरा दिल लगना चाहिए। जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए हर तरह का रिस्क लेना जरूरी है कुछ छोटे होते हैं, कुछ बड़े। लेकिन असली विकास तो लगातार सीखते रहने में है।”

उन्होंने बताया कि वह हर व्यक्ति से कुछ न कुछ नया सीखने की कोशिश करते हैं, चाहे वह कितना भी नया या अनजान क्यों न हो। उनका मानना है कि कलाकार को कभी यह नहीं सोचना चाहिए कि वह सब कुछ जानता है, बल्कि उसे यह महसूस करना चाहिए कि हर किसी के पास सिखाने के लिए कुछ न कुछ होता है।

परमिश ने अपनी टीम के एक सदस्य का उदाहरण देते हुए कहा, ”मेरी टीम में एक सदस्य है, जो म्यूजिक बैकग्राउंड से आता है। जब वह टीम में जुड़ा तो कई लोगों को लगा कि वह शायद अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएगा। लेकिन वह अपने काम को लेकर बहुत ईमानदार रहा। शायद हम कभी उसकी तरह ईमानदार नहीं हो पाएंगे। वह अपने संगीत में जो सच्चाई लाता है, वही उसकी असली ताकत है।”

परमिश कहते हैं कि यह ईमानदारी और जागरूकता ही एक कलाकार को खास बनाती है।

बता दें कि परमिश वर्मा आज पंजाब के सबसे लोकप्रिय और प्रभावशाली कलाकारों में गिने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर डायरेक्टर की थी। उन्होंने ‘जिम्मेवारी भूख ते दूरी’ और ‘ठोकदा रेहा’ जैसे म्यूजिक वीडियोज बनाए। इन वीडियोज़ ने उन्हें संगीत जगत में पहचान दिलाई।

इसके बाद उन्होंने खुद बतौर गायक शुरुआत की और ‘गल नी कडनी’, ‘सदा’, और ‘चल ओए’ जैसे गानों से युवाओं के दिलों में जगह बनाई। उनकी गहरी आवाज, देसी अंदाज और दिल को छू जाने वाले बोल ने उन्हें पंजाब की पॉप कल्चर का स्टार बना दिया। फिर उन्होंने फिल्मों की दुनिया में कदम रखा और अपनी पहली फिल्म ‘रॉकी मेंटल’ से बतौर अभिनेता धमाकेदार शुरुआत की। यह फिल्म स्पोर्ट्स और एक्शन पर आधारित थी और परमिश के फैंस को उनका नया रूप देखने को मिला।

–आईएएनएस

पीके/एएस


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