बेंगलुरू, 26 दिसंबर (आईएएनएस) । कर्नाटक पुलिस ने बेंगलुरू में भाजपा विधायक और फिल्म निर्माता एन. मुनिरत्ना नायडू पर अंडे से हमला करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
पुलिस ने बुधवार को घटना के समय मौके से तीन लोगों को हिरासत में लिया था। हालांकि, उन्होंने एक समूह द्वारा हमला करने के मामले में जवाबी शिकायत भी दर्ज कराई। शिकायत में विधायक मुनिरत्ना ने कहा कि यह कृत्य उन पर हमला करने और उनकी हत्या करने की साजिश का हिस्सा था।
घटना के बाद विधायक मुनिरत्ना को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्होंने आरोप लगाया कि उन पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किए गए अंडों में एसिड और हानिकारक रासायनिक पदार्थ भरा हुआ था।
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद विधायक मुनिरत्ना ने कहा था कि डॉक्टर्स ने उन्हें दवाइयां दी, जब उनसे पूछा गया कि क्या उन पर फेंके गए अंडों में कोई एसिड था, तो उन्होंने कहा, “पुलिस विभाग कठपुतली की तरह काम कर रहा है और वह प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बारे में विस्तार से बात करेंगे।”
इस घटना के बारे में बेंगलुरू के वरिष्ठ कांग्रेस नेता हनुमंतरायप्पा ने कहा, “विधायक मुनिरत्ना एक बेकार व्यक्ति हैं और वह किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन पर बलात्कार के आरोप हैं और हनी ट्रैप के जरिए विरोधियों को एचआईवी संक्रमित करने की कोशिश करने का आरोप है। मामले को भटकाने के लिए उन्होंने यह नाटक किया।”
मुनिरत्ना पर हनी ट्रैप कर महिलाओं का शोषण और ब्लैकमेल करने का आरोप है। वह फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर हैं। जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इस बात का पता चला कि कार्यक्रम में मुनिरत्ना आ रहे हैं तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया। उन्होंने पहले मुनिरत्ना की कार पर अंडे फेंकें और इसके बाद जब लक्ष्मीदेवी नगर इलाके में वे अपने समर्थकों के साथ पैदल चल रहे थे, तब उनके सिर पर भी अंडा मारा था।
इस बात से नाराज मुनिरत्ना कंटीरवा स्टूडियो के सामने अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए थे। पुलिस ने जब उनसे विरोध करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया, तब जाकर वह माने और वहां से उठने को तैयार हुए। उनके वहां से जाने के बाद उनके समर्थकों और कांग्रेस समर्थकों के बीच बहस और हाथापाई होने लगी।
पुलिस ने लाठीचार्ज कर दोनों पक्षों के लोगों को वहां से खदेड़ा और मामले को शांत कराया था।
बता दें, फिल्म निर्माता से राजनेता बने मुनिरत्ना नायडू भाजपा के विधायक हैं। मुनिरत्ना पूर्व में कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। 2021 से 2023 तक वह कर्नाटक के सांख्यिकी मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं।
–आईएएनएस
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