दक्षिण कोरिया में वित्तीय कर्मचारियों ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पक्ष में डाले वोट, वेतन वृद्धि की मांग


सियोल, 2 सितंबर (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया में इस महीने के अंत में वेतन वृद्धि और सप्ताह में 4.5 दिन काम की मांग को लेकर मंगलवार को केंद्रीय वित्तीय कर्मचारियों ने एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पक्ष में मतदान किया।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, कोरियाई वित्तीय उद्योग संघ (केएफआईयू) ने कहा कि उसके लगभग 95 प्रतिशत सदस्यों ने 26 सितंबर को होने वाली हड़ताल के पक्ष में मतदान किया।

कोरियाई ट्रेड यूनियनों के महासंघ से जुड़े केएफआईयू दक्षिण कोरिया के मुख्यधारा के निजी और सरकारी बैंकों तथा अन्य वित्तीय संस्थानों को कवर करता है। संघ ने नियुक्तियां बढ़ाने और सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने का भी आह्वान किया।

इस बीच, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के यूनियनबद्ध कर्मचारियों ने मंगलवार को चेयरमैन ली जे-योंग को एक पत्र भेजा, जिसमें कंपनी से अपनी बोनस प्रणाली की पारदर्शिता में सुधार करने की मांग की गई।

सैमसंग समूह के वास्तविक प्रमुख को भेजे गए एक दस्तावेज में, कर्मचारियों ने एक अधिक पारदर्शी बोनस मूल्यांकन प्रणाली अपनाने और आर्थिक मूल्यवर्धन (ईवीए) पर आधारित वर्तमान ढांचे को खत्म करने की मांग की।

यूनियन ने कहा, “एसके हाइनिक्स ने हाल ही में अपने वार्षिक परिचालन लाभ का 10 प्रतिशत अपने बोनस कार्यक्रम के लिए आवंटित करने का निर्णय लिया है, जबकि सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स अब भी ईवीए पद्धति का उपयोग कर रहा है, जिसमें पारदर्शिता का अभाव है।”

एक दिन पहले, एसके हाइनिक्स इंक और उसके श्रमिक संघ के बीच एक अस्थायी वेतन समझौता हुआ था। इसके तहत कंपनी अपने वार्षिक परिचालन लाभ का 10 प्रतिशत लाभ बोनस कार्यक्रम के लिए आवंटित करेगी, जबकि कर्मचारियों के मूल वेतन के 1,000 प्रतिशत तक की सीमित सीमा को समाप्त कर दिया गया है।

यूनियन ने कहा, “मौजूदा व्यवस्था के तहत कंपनी वार्षिक लाभांश के बाद भी बोनस शून्य कर सकती है।”

यूनियन ने आगे कहा, “हालांकि कर्मचारियों का विश्वास बहाल करने में बहुत देर हो चुकी है, लेकिन कंपनी को कम से कम बदलाव की इच्छा दिखानी चाहिए।”

मंगलवार को बाजार बंद होने तक सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स का शेयर 2.22 प्रतिशत बढ़कर 69,100 वॉन, जबकि दूसरे नंबर की चिप निर्माता कंपनी एसके हाइनिक्स का शेयर 1.76 प्रतिशत बढ़कर 260,500 वॉन पर पहुंच गया।

–आईएएनएस

वीसएस/जीकेटी


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