वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण व्यापारिक संबंध और निवेश बढ़ने के लिए मैक्सिको और अमेरिका का करेंगी दौरा

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण व्यापारिक संबंध और निवेश बढ़ने के लिए मैक्सिको और अमेरिका का करेंगी दौरा

नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत में विदेशी निवेश बढ़ाने और द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मैक्सिको और अमेरिका की 16 अक्टूबर से आधिकारिक यात्रा करेंगी। यह जानकारी मंगलवार को सरकार ने दी।

17 से 20 अक्टूबर तक होने वाली अपनी पहली मैक्सिको यात्रा के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी। यह दोनों देशों के बीच बढ़ते द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापार संबंधों को रेखांकित करता है।

वित्त मंत्री सीतारमण टेक्नोलॉजी लीडर्स के गोलमेज सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगी। वित्त मंत्री ग्वाडलाजारा में टीसीएस मुख्यालय का भी दौरा करेंगी। ग्वाडलाजारा मैक्सिकन आईटी इकोसिस्टम में एक प्रमुख योगदानकर्ता है। इसे देश की ‘सिलिकॉन वैली’ के रूप में जाना जाता है।

वित्त मंत्रालय के अनुसार, वित्त मंत्री अपने समकक्ष मैक्सिको के वित्त और सार्वजनिक ऋण मंत्री रोजेलियो रामिरेज डी ला ओ के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगी।

मैक्सिको यात्रा के अंत में वित्त मंत्री भारतीय प्रवासियों द्वारा आयोजित एक सामुदायिक कार्यक्रम में भाग लेंगी।

इसके अलावा वित्त मंत्री सीतारमण 20 से लेकर 26 अक्टूबर तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगी। इस दौरान वह अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों, चौथे जी20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नर (एफएमसीबीजी) की बैठकों में, पर्यावरण मंत्रियों और विदेश मंत्रियों की संयुक्त बैठक और जी7-अफ्रीका मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन की बैठकों में हिस्सा लेंगी।

मंत्रालय ने कहा कि वह न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में पेंशन फंड राउंडटेबल में भाग लेंगी। इसके साथ ही केंद्रीय वित्त मंत्री व्हार्टन स्कूल, पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय और कोलंबिया विश्वविद्यालय और ग्लोबल सॉवरेन डेट राउंडटेबल (जीएसडीआर) में छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत करेंगी।

वित्त मंत्री अमेरिका में कई देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेंगी। एक उच्च-स्तरीय कार्यक्रम में, वह विश्व बैंक समूह की चर्चा में भाग लेंगी, जिसका शीर्षक ‘विचार से कार्यान्वयन तक: विकास में तेजी लाने के लिए नए वित्तीय समाधान’ होगा।

–आईएएनएस

एबीएस/एबीएम

E-Magazine