बीजापुर : एंटी नक्सल अभियान का पांचवा दिन, कर्रेगुट्टा पहाड़ियों पर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी

बीजापुर, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़-तेलंगाना की सीमा से लगे बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों पर मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच पिछले 120 घंटों से मुठभेड़ जारी है।
सुरक्षा बलों के जवान, जो चॉपर के जरिए मुठभेड़ स्थल से बीजापुर वापस लौटे थे, उन्हें कर्रेगुट्टा पहाड़ी के लिए रवाना किया जा रहा है। मुठभेड़ स्थल दुर्गम पहाड़ी इलाकों में स्थित है, जिससे सुरक्षा बलों के लिए स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। 120 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन मुठभेड़ थमी नहीं है। सुरक्षाबल और अधिकारी पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं।
अधिकारियों की मानें तो यह अभियान बस्तर क्षेत्र में शुरू की गई सबसे बड़ी नक्सल विरोधी कार्रवाई में से एक है। इस अभियान में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), बस्तर फाइटर्स, विशेष कार्य बल (एसटीएफ), राज्य पुलिस की सभी इकाइयों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा सहित विभिन्न इकाइयों के लगभग 10 हजार जवान शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि तेलंगाना पुलिस भी इस अभियान में सहायक भूमिका में है।
इससे पहले 21 अप्रैल को बस्तर के नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर के बेदरे थाना क्षेत्र इलाके में माओवादियों और सुरक्षाबलों के जवानों के बीच गोलीबारी हुई थी। इस दौरान 3 लाख का इनामी नक्सली वेल्ला वाचम मारा गया था। नक्सली वाचम अंबेली ब्लास्ट वारदात में शामिल था। 2024 और 2025 में अब तक कई बड़े नक्सल ऑपरेशन में फोर्स ने माओवादियों पर बड़ा प्रहार किया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा था कि सरकार और हमारे सुरक्षा बल नक्सल समस्या के खिलाफ बहादुरी से लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सल समस्या को खत्म करने का संकल्प लिया है।
बता दें, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का खात्मा कर दिया जाएगा। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों का अभियान लगातार जारी है।
–आईएएनएस
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