एलीट महिला मुक्केबाजी : रेलवे ने शीर्ष स्टार नीतू, लवलीना के दम पर खिताब जीता, निकहत जरीन बाहर

हैदराबाद, 1 जुलाई (आईएएनएस)। रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (आरएसपीबी) मंगलवार को एलीट महिला मुक्केबाजी टूर्नामेंट में विजेता टीम के रूप में उभरी। रेलवे ने तीन स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य सहित कुल नौ पदकों के साथ ओवरऑल श्रेष्ठ टीम का खिताब हासिल किया।
प्रतियोगिता के आखिरी दिन विश्व और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू घंघास (हरियाणा), ओलंपिक पदक विजेता लवलीना बोरगोहिन (टॉप्स) और विश्व चैंपियन स्वीटी बूरा (साई एनसीओई) के शानदार व्यक्तिगत प्रदर्शन के कारण सभी ने अपने-अपने भार वर्ग में खिताब हासिल किया।
हैदराबाद के सरूरनगर इंडोर स्टेडियम में चार दिवसीय टूर्नामेंट का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ी और नई प्रतिभाएं साथ आईं। साई एनसीओई संयुक्त टीम ने दो स्वर्ण सहित सात पदक जीते, जबकि टॉप्स कोर और डेवलपमेंट टीम ने तीन स्वर्ण पदक जीतकर पोडियम स्थान हासिल किया।
रेलवे के स्वर्ण पदक विजेताओं में बेबीरोजाना चानू (57 किग्रा) शामिल थीं, जिन्होंने ऑल इंडिया पुलिस की कमलजीत कौर, प्राची (60 किग्रा) और ज्योति (51 किग्रा) पर 5:0 से शानदार जीत दर्ज की, जिन्हें तेलंगाना की निखत जरीन के चोट के कारण हटने के बाद जीत मिली। आरएसपीबी ने सभी भार वर्गों में तीन रजत और तीन कांस्य पदक भी जीते।
विश्व चैंपियन नीतू ने 48 किग्रा वर्ग में चंचल (एसएआई एन) पर 4:1 के विभाजित फैसले से जीत हासिल की, जबकि स्वीटी ने रेलवे की अल्फिया को 5:0 के सर्वसम्मति से हराया। लशु यादव के हटने से लवलीना को वॉकओवर जीत मिली, जबकि प्रीति ने 54 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता।
शेष स्वर्ण पदक साई एनसीओई, टॉप्स और राज्य इकाइयों के बीच विभाजित किए गए। पूर्व युवा विश्व चैंपियन अंकुशिता बोरो (65 किग्रा) ने भी रेलवे की शशि पर 3:2 की कड़ी जीत के साथ शीर्ष पोडियम स्थान हासिल किया। साई एनसीओई की रितिका (80+ किग्रा) और दिल्ली की शिवानी (70 किग्रा) ने एक-एक स्वर्ण पदक जीता।
शेष स्वर्ण पदक साई एनसीओई, टॉप्स और राज्य इकाइयों के बीच विभाजित किए गए। पूर्व युवा विश्व चैंपियन अंकुशिता बोरो (65 किग्रा) ने भी रेलवे की शशि पर 3:2 की कड़ी जीत के साथ शीर्ष पोडियम स्थान हासिल किया। साई एनसीओई की रितिका (80+ किग्रा) और दिल्ली की शिवानी (70 किग्रा) ने एक-एक स्वर्ण पदक जीता।
लिवरपूल में विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप और नई दिल्ली में विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल के आयोजन को देखते हुए, यह आयोजन कोर ग्रुप को निखारने और भारत की प्रतिस्पर्धी गहराई को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम था।
–आईएएनएस
पीएके/एबीएम