नमो भारत स्टेशनों पर लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए इलेक्ट्रिक एसी बस शुरू

नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)। नमो भारत ट्रेनों द्वारा दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर तेज और आधुनिक परिवहन सेवा के साथ-साथ यात्रियों को बेहतर लास्ट माइल कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए अब एनसीआरटीसी और डीटीसी मिलकर काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में दिल्ली सेक्शन के दो प्रमुख नमो भारत स्टेशनों, न्यू अशोक नगर और आनंद विहार, को इलेक्ट्रिक एसी सिटी बस सेवाओं से जोड़ा गया है।
एनसीआरटीसी और डीटीसी के बीच आपसी समन्वय से तीन ऐसे बस रूट निर्धारित किए गए हैं, जो इन स्टेशनों को राजधानी के विभिन्न हिस्सों से जोड़ते हैं। खास बात यह है कि इन बसों में से एक रूट की सेवा सीधे न्यू अशोक नगर नमो भारत स्टेशन से संचालित की जा रही है, जिससे यात्रियों को स्टेशन से बाहर निकले बिना ही आगे की यात्रा के लिए बस सुविधा मिल रही है। ये इलेक्ट्रिक बसें नमो भारत स्टेशनों पर विशेष रूप से बनाई गई ड्रॉप-ऑफ लेन में रुकती हैं, जिससे यात्री सुविधाजनक तरीके से ट्रेन से उतरकर या चढ़ने से पहले बस सेवा का लाभ उठा सकते हैं।
प्रमुख रूटों में न्यू अशोक नगर से आनंद विहार आईएसबीटी, आनंद विहार आईएसबीटी से अशोक नगर बॉर्डर और अशोक नगर बॉर्डर से मयूर विहार फेस-3 (पेपर मार्केट) तक की बस सेवाएं शामिल हैं। सुबह 6:30 बजे से रात 11 बजे तक चलने वाली ये बसें अपने निर्धारित टाइम टेबल के अनुसार सेवाएं दे रही हैं। इससे चिल्ला गांव, सपेरा बस्ती, न्यू कोंडली, दल्लुपुरा, गाज़ीपुर गांव और मंडी, धर्मशिला क्रॉसिंग और त्रिलोकपुरी जैसे क्षेत्रों के निवासी अब सीधे नमो भारत के नेटवर्क से जुड़ गए हैं, जिससे गाजियाबाद और मेरठ तक की यात्रा अधिक सुगम हो गई है।
एनसीआरटीसी का उद्देश्य यात्रियों को स्टेशन तक आने-जाने के लिए तेज, सुविधाजनक और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन विकल्प देना है। इससे न सिर्फ निजी वाहनों पर निर्भरता कम होगी, बल्कि प्रदूषण और ट्रैफिक जाम की समस्याओं का भी समाधान निकलेगा।
इससे पहले भी गाजियाबाद के कुछ स्टेशनों पर ई-रिक्शा और रैपिडो जैसी सेवाएं लास्ट माइल कनेक्टिविटी के तहत दी जा रही थीं। अब ‘देवी योजना’ यानी दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इंटरचेंज के अंतर्गत शुरू की गई इन बसों का नमो भारत स्टेशनों से इंटीग्रेशन एक और सराहनीय पहल है। वर्तमान में नमो भारत कॉरिडोर का 55 किलोमीटर लंबा खंड 11 स्टेशनों के साथ जनता के लिए खोला जा चुका है। सराय काले खां से न्यू अशोक नगर और मेरठ साउथ से मोदीपुरम खंड पर ट्रायल रन जारी हैं।
एनसीआरटीसी का लक्ष्य है कि वर्ष 2025 में पूरा दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर जनता के लिए पूरी तरह से चालू कर दिया जाए। यह संयुक्त पहल राजधानी क्षेत्र में सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक सशक्त कदम है, जो न सिर्फ यात्रियों को सुविधा देगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगा।
–आईएएनएस
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