चुनाव आयोग राहुल गांधी के आरोपों की जांच करे : वारिस पठान


नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)। एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ओर से चुनाव आयोग पर लगाए गए वोट चोरी और मतदाता सूची में हेराफेरी के आरोपों का समर्थन करते हुए कहा कि उनके द्वारा पेश किए गए तथ्यों और सबूतों की जांच होनी चाहिए। यदि सबूत पेश किए गए हैं, तो इसकी निष्पक्ष जांच जरूरी है।

आईएएनएस से बातचीत में वारिस पठान ने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी और मतदाता सूची में हेराफेरी के आरोपों की जांच चुनाव आयोग को करनी चाहिए। क्योंकि देश की जनता सच्चाई जानना चाहती है।

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के पूर्व सांसद भी इस तरह का आरोप लगा चुके हैं, यदि राहुल गांधी के पास इसको लेकर सबूत मौजूद हैं, तो निष्पक्ष जांच आवश्यक है ताकि जनता के सामने इन दावों का सच आए।

वारिस पठान ने चुनाव आयोग के दावों पर कहा कि यदि राहुल का लगाए इल्जाम की निष्पक्ष जांच की जाए, तो सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। जब देश के एक बड़े नेता जैसे राहुल गांधी ने वोट चोरी और मतदाता सूची में हेराफेरी के गंभीर आरोप लगाए हैं, और सबूत पेश किए हैं, तो एक आम नागरिक के रूप में मेरा सवाल है कि चुनाव आयोग इसकी निष्पक्ष जांच कर ले ताकि सच्चाई जनता के सामने आ जाए। जांच से ही यह पता चल सकेगा कि राहुल गांधी के आरोपों में कितनी सत्यता है।

इंडी अलायंस की बैठक को लेकर सीएम देवेंद्र फडणवीस के द्वारा दिए बयान पर वारिस पठान ने कहा कि सरकार असल मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है। जनता से जुड़े मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हाल में किसानों की आत्महत्या पर कोई सवाल नहीं पूछ रहा है।

वारिस पठान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने की बात पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कुछ नारों का जिक्र करते हुए कहा कि ट्रंप ने भारत को 50 प्रतिशत का टैरिफ का रिटर्न गिफ्ट दिया है। उन्होंने चिंता जताई कि टैरिफ के कारण भारतीय सामान अमेरिकी बाजार में महंगे हो जाएंगे, जिससे निर्यात प्रभावित होगा और भारत में रोजगार पर असर पड़ेगा, खासकर कपड़ा, रत्न-आभूषण, ऑटो पार्ट्स और फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में। जिसकी वजह से सीधे तौर पर रोजगार संकट पैदा होगा।

वारिस पठान ने कहा कि भारत एक सक्षम देश है और उसे ट्रंप के इस टैरिफ का जवाब देना चाहिए। ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराया। ट्रंप अपने बयानों को लेकर सुधरने वाले नहीं हैं। इसीलिए, उन्हें सबक सिखाने के लिए कड़ा जवाब देना चाहिए।

–आईएएनएस

डीकेएम/जीकेटी


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