मिस्र के राजदूत गलाल ने पहलगाम आतंकी हमले को बताया जघन्य


नई दिल्ली, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत में मिस्र के राजदूत कामेल जायद गलाल ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को भारत पर एक अस्वीकार्य हमला बताया। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी।

समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में राजदूत ने आतंकवादी संगठनों से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि आतंकवाद एक अंतरराष्ट्रीय घटना है। आतंकवादी संगठनों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए राष्ट्रों के बीच व्यापक सहयोग की आवश्यकता है, क्योंकि आतंकवाद एक स्थान से दूसरे स्थान पर फैलता है। इस चुनौती से न‍िपटने के ल‍िए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है।

पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा लोगों से धर्म पूछने के बाद उनकी हत्या करने के बारे में सवाल किए जाने पर राजनयिक ने कहा कि यह हमला किसी एक धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि सभी भारतीयों के धर्म के आधार पर किया गया था। मिस्र इस आतंकवादी कृत्य को निर्दोष भारतीय नागरिकों पर एक अस्वीकार्य हमला मानता है।

उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद तो आतंकवाद है। जो लोग मारे गए वह भारतीय नागरिक थे, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो। इस समय धर्म कोई महत्वपूर्ण मुद्दा नहीं है। हम भारत को धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि राष्ट्रीय दृष्टिकोण से देखते हैं। सभी भारतीय नागरिकों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे इस आतंकवादी हमले को भारतीयों के खिलाफ एक अस्वीकार्य कृत्य के रूप में देखें।

भारत के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए राजदूत ने माना कि यह बहुत कठिन समय है और मिस्र ऐसे कठिन क्षणों में हमेशा भारत के साथ खड़ा रहेगा।

उन्होंने कहा कि मैं आतंकी हमले में 26 भारतीयों की मौत पर भारत के नेतृत्व, सरकार और लोगों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं। हम जानते हैं कि यह कैसा लगता है, इसने मिस्र और मिस्र की सरकार को क्रोधित कर दिया है। मुझे उम्मीद है कि आतंकवाद का खात्‍मा होगा।

राजदूत ने पहलगाम हमले के बाद मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने और विदेश मंत्री बद्र अब्देलती द्वारा विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बातचीत कर भारत सरकार के प्रति संवेदना और एकजुटता व्यक्त करने का भी उल्लेख किया।

बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हमले में हथियारों से लैस चार आतंकवादी, जिनमें से दो पाकिस्तानी थे, आसपास के घने जंगलों से निकलते हुए पर्यटकों को निशाना बनाया। इस हमले को क्षेत्र में हाल के दिनों में हुए सबसे भयावह हमलों में से एक बताया गया है।

सिसी ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की थी और दोहराया था कि उनका देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

उन्होंने इस हमले में मारे गए लोगों के प्रत‍ि हार्दिक संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें आतंकवादी हमले के बारे में जानकारी दी और सिसी को उनके समर्थन और एकजुटता के लिए धन्यवाद दिया।

–आईएएनएस

पीएसके/सीबीटी


Show More
Back to top button