आईटी रिफंड धोखाधड़ी मामले में ED ने की पांचवीं गिरफ्तारी

आईटी रिफंड धोखाधड़ी मामले में ED ने की पांचवीं गिरफ्तारी

ईडी ने 263 करोड़ रुपये के आयकर विभाग (आईटी) रिफंड धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में मुंबई से पुरुषोत्तम चव्हाण के रूप में पांचवीं गिरफ्तारी की। केंद्रीय एजेंसी ने गत 19 मई को चव्हाण के मुंबई स्थित परिसरों पर छापेमारी के अगले दिन यह कार्रवाई चव्हाण को 27 मई तक ईडी के हिरासत में भेज दिया गया है।

इस मामले में चल रही है जांच

मालूम हो कि यह जांच आयकर विभाग से 263.95 करोड़ रुपये के फर्जी टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) रिफंड जारी करने से संबंधित है। मामले में विभिन्न आरोपितों की अब तक 168 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। ईडी ने आरोप लगाया कि चव्हाण ने साक्ष्यों को नष्ट कर जांच को बाधित करने की कोशिश की।

इन लोगों की हुई है गिरफ्तारी

एजेंसी के अधिकारियों ने चव्हाण के घर से तलाशी के दौरान कई प्रॉपर्टियों के दस्तावेज, विदेशी नकदी और मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इससे पहले, ईडी मामले में मुख्य आरोपित पूर्व वरिष्ठ कर सहायक तानाजी मंडल अधिकारी, भूषण पाटिल, राजेश शेट्टी और राजेश बृजलाल बत्रेजा को गिरफ्तार कर चुकी है।

ईडी ने आरोप लगाया कि बत्रेजा और चव्हाण नियमित रूप से संपर्क में थे और उन्होंने हवाला लेन-देन और अपराध की आय के डायवर्जन से संबंधित आपत्तिजनक संदेश साझा करते थे। ईडी ने अधिकारी व दस अन्य के खिलाफ सितंबर 2023 में आरोपपत्र दायर किया था।

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