आने वाले समय में गोरखपुर शहर में तय रूटों पर ही ई-रिक्शों का संचालन हो सकेगा। जाम से निपटने के लिए यातायात पुलिस और आरटीओ मंथन कर रहे हैं। गोलघर में ई-रिक्शा, ऑटो पर पाबंदी के बाद अब इन्हें व्यवस्थित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि ई-रिक्शा की संख्या को भीड़ के हिसाब से रूट तय करके बांटा जा सके। इसके साथ ही देहात परमिट के ऑटो का शहर में प्रवेश पूरी तरह से बंद करने की भी तैयारी है। इसके लिए शहर के बरगदवां, नौसड़, देवरिया बाईपास, कुनराघाट के पास चेक पोस्ट भी बनाए जाएंगे, ताकि व्यवस्था लागू होने के बाद इनके प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी लग सके।
जाम से निपटने के लिए यातायात पुलिस लगातार कोशिश कर रही है। नगर निगम और पुलिस की टीम ने अतिक्रमण हटाकर सड़कों को चौड़ा कर दिया है तो अब ऑटो, ई-रिक्शा की संख्या को कम करने का फैसला लिया गया है। इसके लिए शहर में देहात के ऑटो का प्रवेश बंद करने की तैयारी है। इसके साथ ही शहर में चलने वाले ई-रिक्शों के रूटों का निर्धारण किया जाएगा।
शहर में मौजूदा समय 3114 ई-रिक्शाें का संचालन किया जा रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि नियमों में ही यह ही है कि ई-रिक्शों को प्रमुख मार्गोंं पर नहीं चलना है, लेकिन सभी जगहों पर इनका कब्जा है। इस वजह से जाम भी लगता है और वाहनों की रफ्तार भी कम हो जाती है। इसी वजह से इन्हें प्रमुख रास्तों से हटाकर सर्विस मार्ग पर चलाए जाने की तैयारी की जा रही है। हालांकि, बुकिंग के बाद ई-रिक्शा को कहीं पर भी जाने में रोक-टोक नहीं होगी। वहीं 3233 ऑटो में से देहात वाले ऑटो को शहर के बाहर करना है।
जोन में बांटने की तैयारी, रंग भी होगा निर्धारित