अल्कलाइन वॉटर पीने से मूत्राशय की पथरी को नहीं रोका जा सकता : शोध

अल्कलाइन वॉटर पीने से मूत्राशय की पथरी को नहीं रोका जा सकता : शोध

न्यूयॉर्क, 11 जनवरी (आईएएनएस)। एक शोध से सामने आया कि अल्कलाइन वॉटर के रुप में इस्‍तेमाल किया जाने वाला बोतलबंद पानी बार-बार होने वाली मूत्राशय की पथरी की रोकथाम के लिए प्रभावी विकल्प नहीं है।

अल्कलाइन वॉटर, जिसे कभी-कभी उच्च पीएच वाला पानी भी कहा जाता है, बोतलबंद पानी की एक लोकप्रिय श्रेणी है। लगभग 7.5 पीएच वाले सामान्य नल के पानी की तुलना में अल्कलाइन वॉटर का पीएच लेवल 8 से 10 के बीच होता है।

हाल के वर्षों में अल्कलाइन वॉटर की खपत और बिक्री में तेजी से वृद्धि हुई है। समर्थक विभिन्न स्वास्थ्य लाभों का दावा करते हैं, जिनमें बेहतर हाइड्रेशन और बढ़ा हुआ मूत्र पीएच शामिल है।

पथरी वाले मरीजों में कुछ प्रकार की मूत्र पथरी (यूरिक एसिड या सिस्टीन) को बनने से रोकने के लिए पीएच बढ़ाना एक महत्वपूर्ण रणनीति है।

पोटैशियम साइट्रेट की गोलियां आमतौर पर बार-बार होने वाली पथरी को रोकने के लिए निर्धारित की जाती हैं। हालांकि, कई मरीज़ अनुशंसित उपचार का पालन नहीं करते हैं। यदि अल्कलाइन वॉटर मूत्र पीएच बढ़ा सकता है, तो यह पथरी की रोकथाम के लिए एक आकर्षक विकल्प हो सकता है।

द जर्नल ऑफ यूरोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि पथरी की रोकथाम के लिए अल्कलाइन वॉटर डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का विकल्प नहीं हो सकता है।

कैलिफोर्निया इरविन विश्वविद्यालय के रोशन एम. पटेल ने कहा, ”अल्कलाइन वॉटर उत्पादों का पीएच नियमित पानी की तुलना में अधिक होता है, उनमें अल्कलाइन की मात्रा नगण्य होती है, जिससे पता चलता है कि वे गुर्दे और अन्य मूत्र पथरी के विकास को प्रभावित करने के लिए मूत्र पीएच को पर्याप्त रूप से नहीं बढ़ा सकते हैं।”

मूत्राशय की पथरी को रोकने के लिए उच्च पीएच पानी की क्षमता का आकलन करने के लिए, डॉ. पटेल की टीम ने व्यावसायिक रूप से उपलब्ध पांच अल्कलाइन वॉटर उत्पादों का पीएच मापा।

उन्होंने मूत्र पीएच बढ़ाने की क्षमता वाले अन्य प्रकार के पेय और ओवर-द-काउंटर उत्पादों पर प्रकाशित आंकड़ों की भी समीक्षा की।

अध्ययन में परीक्षण किए गए पांच ब्रांडों का पीएच लगभग 10 की सीमा में समान था। एक उत्पाद में थोड़ी मात्रा में साइट्रेट था जो उत्पाद लेबल पर सूचीबद्ध नहीं था।

10 के पीएच लेवल पर किए गए परीक्षण में अल्कलाइन कटेंट केवल 0.1 मिलीइक्विवेलेंट्स (एमईक्यू/एल) प्रति लीटर होगा। यह शरीर के प्रति दिन 40 से 100 मिलीइक्विवेलेंट्स (एमईक्यू/एल) प्रति लीटर के सामान्य उत्पादन की तुलना में बहुत कम है।

इसके विपरीत कुछ अन्य उत्पादों में पीएच बढ़ाने की क्षमता होती है, विशेष रूप से संतरे के रस में 15 एमईक्यू/एल तक अल्कलाइन कटेंट होती है। प्रति दिन 30 एमईक्यू के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संतरे के रस की अनुमानित लागत भी सबसे कम है।

सोडियम सामग्री से संबंधित संभावित चिंताओं के बावजूद, बेकिंग सोडा सबसे प्रभावी और कम लागत वाले विकल्पों में से एक था। पानी में घुलनशील नए उत्पाद भी उपयोगी और किफायती विकल्प प्रदान करते दिखाई दिए।

डॉ. पटेल ने कहा, “हमारे निष्कर्ष बार-बार होने वाली मूत्र पथरी को रोकने के लिए पेय पदार्थों और ओवर-द-काउंटर उत्पादों सहित अन्य उपचारों के चयन में मार्गदर्शन करने में मदद कर सकते हैं।”

शोधकर्ता अपने प्रयोगशाला अध्ययन की सीमाओं पर ध्यान देते हैं और मूत्र पीएच बढ़ाने के विकल्पों के नैदानिक ​​परीक्षणों की आवश्यकता पर जोर देते हैं।

–आईएएनएस

एमकेएस/एबीएम

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