वाशिंगटन, 20 जनवरी (आईएएनएस)। रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड जे. ट्रंप ने रविवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण किया। वह 2017 के बाद दूसरी बार दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश के शीर्ष पद पर आसीन हुए हैं।
ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और बड़े नेता मौजूद रहे। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया।
अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने कैपिटल रोटुंडा में उन्हें शपथ दिलाई। इससे पहले, उपराष्ट्रपति चुने गए जेडी वैंस ने भी पद की शपथ ली। आम तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति कैपिटल की सीढ़ियों पर शपथ लेते हैं, लेकिन वहां पड़ रही कड़ाके की ठंड के मद्देनजर शपथ ग्रहण समारोह, प्रार्थना और भाषण का आयोजन इस बार रोटुंडा में किया गया।
शपथ ग्रहण समारोह में निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके परिवार के सदस्यों के अलावा, निवर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, उनकी पत्नी मिशेल ओबामा तथा उनके परिवार के सदस्य, पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंंटन व उनकी पत्नी हिलेरी क्लिटंन, पूर्व राष्ट्रपति जार्ज बुश जूनियर व उनकी पत्नी लारा बुश भी शामिल हुए। देश के सभी वरिष्ठ राजनेताओं के अलावा, शीर्ष सैन्य और खुफिया विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।
संयुक्त कांग्रेशनल समिति ऑन इनॉगरल सेरेमनीज (जेसीसीआईसी) ने पिछले महीने 60वें इनॉगरल सेरेमनी के लिए थीम के रूप में “हमारा स्थायी लोकतंत्र : एक संवैधानिक वादा” की घोषणा की थी।
उद्घाटन समारोह के दौरान पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर के सम्मान में अमेरिका का राष्ट्रीय झंडा आधा झुका रहा। कार्टर का 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 30 दिन तक राष्ट्रीय ध्वज को झुकाए रखने का आदेश दिया है। यह अवधि 28 जनवरी को सूर्यास्त के समय समाप्त होगी।
पिछले साल के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत को 6 जनवरी को अमेरिकी कांग्रेस द्वारा प्रमाणित किया गया, जिससे व्हाइट हाउस में उनकी वापसी का रास्ता साफ हो गया। यह मंजूरी पिछले साल नवंबर के चुनाव के इलेक्टोरल कॉलेज नतीजों की आधिकारिक पुष्टि थी।
–आईएएनएस
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