'परीक्षा पे चर्चा' 2025 का समापन, मेधावी छात्रों ने शेयर किए अपने अनुभव और सफलता के टिप्स


नई दिल्ली, 18 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ का आखिरी एपिसोड मंगलवार को प्रसारित किया गया। इस कार्यक्रम के आठवें संस्करण में सीबीएसई, आईसीएसई, यूपीएससी सिविल सेवा, सीएलएटी और आईआईटी-जेईई जैसी प्रमुख परीक्षाओं के टॉपर्स ने छात्रों के साथ अपने अनुभव और सफलता के टिप्स शेयर किए।

इस विशेष एपिसोड में कई उपलब्धि हासिल करने वाले छात्रों ने भाग लिया, जिसमें आईएससी टॉपर शुचिस्मिता अधिकारी, मणिपुर विश्वविद्यालय से एमबीबीएस स्नातक बी निष्ठा, आईआईटी दिल्ली के टॉपर और पूर्व (पीपीसी) प्रतिभागी आशीष वर्मा, राधिका सिंघल (सीबीएसई टॉपर 2022-23), वाविलाला चिदविलास रेड्डी (आईआईटी-जेईई एडवांस्ड एआईआर-1, 2023), जय कुमार बोहरा (सीएलएटी एआईआर-1, 2024), अरमानप्रीत सिंह (एनडीए एआईआर-1, 2024) और इशिता किशोर (यूपीएससी एआईआर-1, 2022) का नाम शामिल है।

प्रत्येक टॉपर ने अपनी यात्रा के बारे में छात्रों के साथ कीमती जानकारी साझा की और बताया कि उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान आने वाली चुनौतियों का कैसे सामना किया।

बी निष्ठा ने परीक्षा की तैयारी के दौरान महसूस होने वाले दबाव और तनाव के साथ ही उससे कैसे निपटें, इसके बारे में भी बताया। उन्होंने कहा, “जो सबसे पहला तनाव हमें महसूस होता है, वह सिलेबस को लेकर होता है। हमें क्या पढ़ना है, कब तक पढ़ना है, यह तय करना मुश्किल हो सकता है। प्राथमिकता तय करना और समय-समय पर बदलाव करना बहुत जरूरी है। मुझे नोट्स बनाना कभी फायदेमंद नहीं लगा, लेकिन मैंने फ़्लोचार्ट और छोटे पॉइंट्स बनाए, जो मुझे ज्यादा मददगार लगे। हर छात्र की तैयारी का तरीका अलग होता है। यह आपकी काफी मदद कर सकता है।”

परीक्षाओं से जुड़ी तनाव और डर के बारे में बात करते हुए यूपीएससी टॉपर इशिता ने कहा, “जब भी हम परीक्षाओं के बारे में सोचते हैं, तो डर महसूस होता है। लेकिन उस डर को मात देना जरूरी है।”

परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के पहले प्रतिभागियों ने बताया कि इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने से उनकी पढ़ाई के प्रति सोच में कैसे बदलाव आया।

आशीष वर्मा ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, “यदि आप किसी भी क्षेत्र में सफल होना चाहते हैं, तो आपको हर दिन आध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक इन तीन चीजों के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। अगर आप ये तीनों करते हैं, तो आप सफल होंगे।”

मोटिवेशनल कहानियों के अलावा, छात्रों को प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान अपनी शंकाओं को दूर करने का भी मौका मिला।

टॉपर्स ने परीक्षा की तैयारी की रणनीति, तनाव से जुड़े सवाल भी पूछे। टॉपर्स ने छात्रों को चिंता कम करने और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ाने के लिए अपने समग्र विकास पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया।

‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम एक बार फिर पूरे भारत और विदेशों के छात्रों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन का एक बड़ा स्रोत साबित हुआ है।

–आईएएनएस

एसएचके/एएस


Show More
Back to top button