जामनगर में गरबा कलश की मांग बढ़ी, इंदौर में नवरत्रि से पहले विधायक ने की ये अपील


जामनगर/इंदौर, 18 सितंबर (आईएएनएस)। नवरात्रि का त्योहार नजदीक आते ही गुजरात के जामनगर में गरबा कलश बनाने का काम तेजी से शुरू हो गया है। नवरात्रि उत्सव में गरबा कलश को सुख-शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना के साथ स्थापित किया जाता है। लोगों ने अभी से अपने घरों और गरबा स्थलों के लिए गरबा के ऑर्डर देना शुरू कर दिया है।

पुराने समय में गरबा सिर्फ लाल रंग के होते थे, लेकिन अब इनमें कई तरह की कारीगरी और रंग देखने को मिल रहे हैं। लोग अब पारंपरिक और अलग डिजाइन वाले गरबा कलश पसंद कर रहे हैं, जो मोतियों, शंख, सीपियों और हीरे के पत्थरों से सजाए जाते हैं।

जामनगर की नेना तुषार प्रजापति ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि हम लोग दो महीने पहले से ही गरबा बनाना शुरू कर देते हैं। हम लोग कच्चा माल लाकर इसको बनाते हैं। प्राकृतिक को ध्यान में रखते हुए रंग तैयार करते हैं।

उन्होंने कहा, “जब नवरात्रि आती है, तो पूरे गुजरात में त्योहार जैसा माहौल हो जाता है। गरबा इस राज्य में बहुत लोकप्रिय है।” अभी तक हमने लंदन, अमेरिका, दुबई और सऊदी अरब सहित कई देशों में गरबा भेजा है।

उन्होंने बताया कि उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि गरबा कलश 50 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक में बिक रहे हैं। अगर कोई खास ऑर्डर देता है तो कीमत 4000 रुपए तक भी पहुंच जाती है। इस साल बाजार में कांगड़ी और पुरानी कारीगरी वाले गरबा खूब पसंद किए जा रहे हैं।

इसके अलावा, इको-फ्रेंडली गरबा भी लोगों को बहुत पसंद आ रहे हैं। पिछले 15 साल से मिट्टी से बने गरबा बना रहे कारीगरों का कहना है कि इस साल टिकी और आभाला पत्थर वाले गरबा की मांग सबसे ज्यादा है।

वहीं, मध्य प्रदेश में नवरात्रि महोत्सव की शुरुआत से पहले इंदौर के भाजपा विधायक गोलू शुक्ला ने शहरवासियों और आयोजकों से महत्वपूर्ण अपील की है।

उन्होंने कहा है कि गरबा पांडालों में प्रवेश देने से पहले हर आने वाले व्यक्ति के पहचान पत्र, विशेष रूप से आधार कार्ड की जांच की जाए। इसका सख्ती से पालन कराने से सुरक्षा और व्यवस्था बनी रहेगी और बहन-बेटियां सुरक्षित वातावरण में गरबा कर पाएंगी।

–आईएएनएस

एसएके/वीसी


Show More
Back to top button