रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत पर शनिवार को दिल्ली की अदालत करेगी सुनवाई


नई दिल्ली, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली की एक अदालत 6 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की दलीलों पर सुनवाई कर सकती है। एजेंसी ने यूके के डिफेंस डीलर संजय भंडारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा को आरोपी बनाया है।

पिछले महीने, ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट फाइल की थी।

अधिकारियों के मुताबिक, पीएमएलए के तहत वाड्रा का स्टेटमेंट इस साल जुलाई में रिकॉर्ड किया गया था। फेडरल एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग एजेंसी ने रॉबर्ट वाड्रा के विदेशी फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन और भंडारी से जुड़ी प्रॉपर्टीज से कनेक्शन का आरोप लगाया, जिस पर पहले से ही विदेश में अनडिस्क्लोज्ड एसेट्स रखने के आरोप हैं।

भंडारी 2016 में भारत छोड़कर चला गया था, उसे दिल्ली की एक अदालत ने भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर दिया है। ईडी की जांच 2016 में भंडारी पर की गई इनकम-टैक्स रेड की एक सीरीज से शुरू हुई है, जिसमें कथित तौर पर ऐसे ईमेल और डॉक्यूमेंट मिले थे जो वाड्रा और उसके साथियों के साथ उसके लिंक की ओर इशारा करते थे।

ईडी ने पहले भी भारत में कई प्रॉपर्टीज अटैच की हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे वाड्रा या उनसे जुड़ी एंटिटीज से जुड़ी हैं और दावा किया है कि वे भंडारी की ऑफशोर डीलिंग्स से हुई क्राइम की कमाई हैं।

इस बीच, एक मिलते-जुलते मामले में ईडी ने एक स्पेशल कोर्ट को बताया है कि वाड्रा को गुरुग्राम में एक गलत जमीन डील से क्राइम की कमाई के तौर पर 58 करोड़ रुपए मिले थे।

इसमें से 53 करोड़ रुपए स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी और 5 करोड़ रुपए ब्लू ब्रीज ट्रेडिंग के जरिए भेजे गए। ईडी ने कहा कि इन पैसों का इस्तेमाल कथित तौर पर वाड्रा ने अचल संपत्तियां खरीदने, निवेश करने, लोन देने और अपनी ग्रुप कंपनियों की देनदारियों को निपटाने के लिए किया।

जांच के तौर पर, सेंट्रल एजेंसी ने 38.69 करोड़ रुपए की 43 अचल प्रॉपर्टीज को प्रोविजनल तौर पर अटैच किया है, जिन्हें सीधे तौर पर या क्राइम से हुई कमाई के बराबर कीमत का बताया गया है।

एजेंसी द्वारा लिस्ट की गई प्रॉपर्टीज में राजस्थान के बीकानेर में जमीन, गुरुग्राम के गुड अर्थ सिटी सेंटर में यूनिट्स, मोहाली के बेस्टेक बिजनेस टावर में यूनिट्स और अहमदाबाद के जय अम्बे टाउनशिप में रेजिडेंशियल यूनिट्स शामिल हैं।

–आईएएनएस

पीएसके


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